उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री रहीं बहन कुमारी मायावती जी की सक्रियता को लेकर काफी लोग सवाल करने लगे हैं। 2012 के विधानसभा चुनाव के बाद बसपा काफी पीछे भी चली गई है।
एक समय उत्तर प्रदेश की राजनीति के साथ-साथ अन्य प्रदेशों में अपनी धमक दिखाने वाली बसपा अब हासिये पर दिख रही है। कई कद्दावर नेता पार्टी को पहले ही छोड़ चुके हैं।
कई ऐसे मुद्दे हैं जिनपर न तो पार्टी का कोई नेता ही आवाज उठाता है और न ही मायावती जी ही। इसी को लेकर लोग चार बार की मुख्यमंत्री से सवाल भी खूब करने लगे हैं।
उन्नाव जिले में दो दलित लड़कियां एक खेत में मृत पाई गईं जबकि तीसरी लड़की जिंदगी-मौत से जूझ रही है। इस मुद्दे पर सपा अध्यक्ष अखिलेश न केवल खुलकर बोले बल्कि उनका प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवार से मिलने भी गया।
जबकि मायावती ने केवल एक ट्वीट करके किनारा कर लिया। उन्होंने ट्वीट किया,
‘यूपी के उन्नाव ज़िले में तीन दलित बहनों में से दो की खेत में कल हुई रहस्मय मौत व एक की हालत नाजुक होने की घटना अति-गंभीर व अति-दुःखद। पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना। सरकार से घटना की उच्च-स्तरीय जाँच कराने व दोषियों को सख्त सजा दिलाने की बीएसपी की माँग।’
https://twitter.com/Mayawati/status/1362332408830304257?s=19
इसी ट्वीट पर तंज कसते हुए सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा,
बहन जी, माफ करिएगा, आप अब ना ग़रीबों की नेता रही, ना महिलाओं की, ना दलितों की। खानापूर्ति के लिए ट्वीट करने से बेहतर होता कि आप राजनीतिक जीवन से सन्यास की घोषणा कर देती।’
बहन जी, माफ करिएगा, आप अब ना ग़रीबों की नेता रही, ना महिलाओं की, ना दलितों की।
खानापूर्ति के लिए ट्वीट करने से बेहतर होता कि आप राजनीतिक जीवन से सन्यास की घोषणा कर देती। 🙏 https://t.co/merArKQKcl
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) February 18, 2021