BY- FIRE TIMES TEAM
The Mango Foundation: आज के दौर में इस दौड़ती-भागती जिंदगी में इंसान अपने खुद के बारे में ज्यादा सोचता है। अपने लिए समय बचाता है। खुद की ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए लगा रहता है। ऐसे समय में राजधानी लखनऊ में युवाओं की एक ऐसी संस्था है, जिसने बीड़ा उठाया है गरीब बच्चों को साक्षर बनाने का। झुग्गी-बस्तियों में रहने वाले उन बच्चों का भविष्य बनाने का, जिन्हें कच्ची उम्र में मजबूरी वश घर-घर में झाडू-पोंछा करना पड़ता है, फिर शादी के बंधन में बांध दिया जाता है। इस संस्था का नाम है द मैंगो फाउंडेशन (THE MANGO FOUNDATION)।
सन् 2016 में लखनऊ के नेशनल कॉलेज में ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के दौरान यशस्वी सोनकर (Yashasvi Sonkar) ने अपने मित्रों के सहयोग से एक संस्था की स्थापना की। जिसका नाम द मैंगों फाउंडेशन दिया गया। इसका संस्था (The Mango Foundation) का उद्देश्य गरीब और पिछड़ी बस्ती में रहने वाले शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा देना। इसके साथ ही उनके सपनों को साकार करने की उनमें लौ जलाना। जिससे वे समाज में प्रमुख भूमिका निभा सकें।
The Mango Foundation
द मैंगो फाउंडेशन पिछले 6 वर्षों से लखनऊ की मलिन बस्तियों में मुफ्त में शिक्षा देने का प्रयास कर रहा है। वर्ष 2016-17 की शुरुआत में पहले इस संस्था ने इंदिरानगर स्थिति बस्ती में अपने राहत कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग 80 बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की।
फिर इसके बाद वर्ष 2018 की शुरूआत में रोटरी क्लब लखनऊ भी इस प्रयास में साथ देने को आगे आया और उनके सहयोग से उनके निरालानगर स्थित परिसर में बस्ती के बच्चो को पढ़ाना शुरू किया।
वर्ष 2020 से संस्था (The Mango Foundation) द्वारा 16 बच्चों का दाखिला कक्षा नवीं में यू.पी.बोर्ड से करवाया था। इन 16 बच्चों को पढ़ाने की पूरी ज़िम्मेदारी संस्था ने ली थी। जिसमें बच्चों को निःशुल्क किताबें एवं शिक्षा देने का प्रण संस्था ने लिया था। जिसका नेतृत्व रिया जायसवाल ने किया था।
संस्था ने जिन बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा उठाया था उनमें से अधिकतर बच्चों के माता-पिता आसपास के घरों में बर्तन धोने और झाड़ू पोछे का काम करते हैं। जिनके पास बड़ी मुश्किल से दो वक्त की रोटी का इंतज़ाम हो पाता है। ऐसे में शिक्षा में लगने वाला खर्च बच ही नहीं पाता था।
The Mango Foundation
सबसे ज्यादा खुशी की बात तो ये है कि शिक्षा के क्षेत्र में जिस लक्ष्य को लेकर यह संस्था चली थी उसका पहला कदम सफल रहा। बीते दिनों हाईस्कूल यू.पी.बोर्ड का परिणाम जारी हुआ था। जिसमे द मैंगों फाउनंडेशन संस्था (The Mango Foundation) के 15 विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की। वो भी बहुत अच्छे नंबरों से। 4 विद्यार्थियों ने 75 प्रतिशत अंक से ज़्यादा प्राप्त किया है। अंग्रेज़ी जैसे कठिन विषय मे भी 2 छात्राओं ने 95 अंक प्राप्त किये।
इन सभी विद्यार्थियों में खुशी कश्यप 86.33 प्रतिशत के साथ अव्वल रहीं। ये बच्चे एक स्थानीय झुग्गी बस्ती से हैं, और संस्था उन्हें पिछले दो वर्षों से मुफ्त और उच्च गुणवत्तावाली शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
इस बारे में संस्था (The Mango Foundation) के अध्यक्ष यशस्वी ने बताया कि बोर्ड परीक्षा अच्छे नंबरों से पास होना बच्चों के अच्छे सुनहरे भविष्य की अच्छी शुरुआत है और मुझे विश्वास है कि वे निकट भविष्य में महान चीजें हासिल करेंगे।
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