BY – FIRE TIMES TEAM
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) ने बुधवार को घोषणा की कि जेईई मुख्य परीक्षा (JEE Main Exam 2021) अब से साल में चार बार आयोजित की जाएगी। यह चारों सत्र फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई में आयोजित किए जाएंगे।
कुछ दिन पहले मंत्रालय इस बात पर विचार कर रहा था कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा साल में कितनी बार आयोजित किया जाए साथ ही प्रश्नों को संख्या को लेकर भी मंत्रालय द्वारा विचार किया जा रहा था।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इससे कैंडीडेट्स को बिना साल बर्बाद किए अपना स्कोर सुधारने में मदद मिलेगी। पहली बार परीक्षा देकर अभ्यर्थियों को अनुभव मिलेगा और अगर वे पास नहीं हो पाते हैं तो वे जान पाएंगे कि उन्होंने क्या गलती की है जिसे वे अगली बार परीक्षा देते वक्त सुधार पाएंगे।
We have examined your suggestions regarding JEE (Mains) and on the basis of the same, I am announcing the schedule of the exam. @SanjayDhotreMP @EduMinOfIndia @PIB_India @MIB_India @DDNewslive @mygovindia https://t.co/yKUwnQRXlw
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) December 16, 2020
इससे उनका साल बर्बाद नहीं होगा। और अगर किसी की परीक्षा किसी कारण से छूट जाती है तो भी उसे अगली परीक्षा देने के लिए पूरे साल का इंतज़ार नहीं करना होगा।
आगे शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि इस बार जेईई मेन 2021 का आयोजन चार बार किया जाएगा। फरवरी में परीक्षा 23 फरवरी से लेकर 26 फरवरी के बीच आयोजित की जाएगी। इसी के अनुसार मार्च, अप्रैल और मई 2021 का भी शिड्यूल जारी किया जाएगा।
ऐसा फैसला इसलिए किया गया है ताकि अलग अलग समय पर होने वालीं विभिन्न राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं जेईई मेन परीक्षा के आयोजन में बाधा पैदा न करें। इससे पहले यह इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा साल में दो बार आयोजित होती रही है।
जेईई मेन परीक्षा अब कुल 13 भाषाओं में होगी- अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, बांग्ला, असमी, कन्नड़, मराठी, मलयालम, उड़िया, तमिल, उर्दू, तेलुगू, पंजाबी। अभी तक जेईई परीक्षा अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती में होती रही है।
इस बार UPSEE (2021) का आयोजन नहीं होगा। ऐसे में यूपी के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू), लखनऊ राज्य के 750 कॉलेजों में 1.40 लाख सीटों पर जेईई मेन 2021 के स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स को दाखिला देगी।
एकेटीयू से जुड़े उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में अभी तक यूपीएसईई से दाखिले होते रहे हैं। लेकिन अब जेईई मेन से होंगे।