सरकार गौशालाओं के प्रबंधन में विफल और भाजपा कार्यकर्ता गाय के नाम पर दलितों पर हमलावर

 BY- FT
  • सण्डीला तहसील के ग्राम लालामऊ मवई में 16 दिसम्बर, 2020 को एक बैठक हुई जिसमें ग्रामीणों ने गांव में खुले घूम रहे जानवरों द्वारा खेतों को नुकसान पहुंचाने की समस्या को रखा।
  • गांव के ही निवासी राम प्रकाश ने 17 दिसम्बर को अपर जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन दिया और जन सुनवाई पर भी अपनी शिकायत दर्ज कराई। पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. भारत भूषण से परामर्श कर ग्रामीणों ने 52 पशु एकत्र किए जिनपर पशु चिकित्सा अधिकारी की ओर से 26 दिसम्बर को टैग लगाए गए।
  • पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि उनके पास जानवरों को ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं है और यह जिम्मेदारी ग्रामीणों को ही लेनी पड़ेगी। 14 जानवर ढिकुन्नी गौशाला भेजे गए व अन्य को पवायां भगवंतापुर, जो लालामऊ मवई से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर था, ले जाने को कहा गया।
  • पशुओं को ले जाने से पहले थाना अतरौली को सूचित कर दिया गया। 27 दिसम्बर दिन में 1 बजे 35 ग्रामीण 28 पशुओं को लेकर निकले। पवायां भगवंतापुर पहुंचते हुए शाम हो गई। पवायां भगवंतापुर के ग्रामीणों ने पशुओं को अपने यहां रखने से यह कहते हुए मना कर दिया कि पहले जो जानवर लाए गए हैं वे खुले घूम रहे हैं एवं गांव के खेतों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
  • पशु चिकित्सा अधिकारी को जब यह बात बताई गई तो उन्होंने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया। उप जिलाधिकारी को जब फोन किया गया तो उन्होंने जानवरों को वापस ले जाने को कहा और अगले दिन कोई समाधान निकालने का आश्वासन दिया।
  • कोई उपाय न देख कर लालामऊ मवई के ग्रामीण पशुओं को अंधेरे में ही लेकर वापस चल दिए। रास्ते में लोहंगापुर गांव के अपने आप को भारतीय जनता पार्टी का मण्डल अध्यक्ष बताने वाले ज्ञानेन्द्र सिंह ने पूछ ताछ की। लालामऊ मवई का नाम सुन कर बोला कि चम्मटों के गांव के आए हो। इसके बाद वह और उसके 5-6 साथी लालामऊ मवई के लोगों को पीटने लगे।
  • पुलिस से बात कराने पर भी वे न माने। पशु तितर बितर हो गए। लालामऊ मवई के लोग रात को ही थाने पहुंचे तो अगल दिन आने को कहा गया। 28 दिसम्बर को पूरी घटना की शिकायत थाने पर की गई।
  • यह हास्यास्पद बात है कि गाय बचाने के नाम पर सरकार नाटक कर रही है और उसके पास गौशालाओं के प्रबंध हेतु या पशुओं को लाने ले जाने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। गौशाला के पशु खुले घूम रहे हैं। भाजपा के कार्यकर्ता तथाकथित गाय को बचाने के नाम पर गुण्डागर्दी कर रहे हैं।
  • यदि पुलिस ज्ञानेन्द्र सिंह व भाजपा के अन्य कार्यकर्ताओं जिन्होंने लालामऊ मवई के ग्रामीणों के साथ मार-पीट की है और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया है के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करती तो सोशलिस्ट पार्टी (इण्डिया) शीघ्र ही धरने का आयोजन करेगी और अपने आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे किसानों के आंदोलन के साथ जोड़ेगी।

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