कोरोना संक्रमण के बीच सपनों का देश अमेरिका के कई शहर क्यों जल रहे हैं?

BY- FIRE TIMES TEAM

अमेरिका जहां कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है वहीं लोगों के विरोध प्रदर्शन के कारण कई शहर तबाह हो गए हैं। अमेरिका के एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों हत्या के बाद लोग काफी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

रविवार के दिन बहुत से लोग व्हाइट हाउस के अंदर भी घुसने का प्रयास करने लगे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को उस समय बंकर में ले जाकर सुरक्षित किया गया।

एक हफ्ते से चल रहे ये प्रदर्शन अब कई शहरों को अपनी चपेट में ले चुके हैं। इनमें न्यूयॉर्क से लेकर टुल्सा और लॉस एंजिलिस भी शामिल हैं। फ्लॉयड की मौत के बाद शुरू हुए इन प्रदर्शनों के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शहरों की इमारतों को जला दिया गया है और दूकानों में जमकर लूटपाट की गई है।

मिनिपोलिस में इस सप्ताह तब प्रदर्शन शुरू हुए जब एक वीडियो में पुलिस अधिकारी को आठ मिनट से अधिक समय तक फ्लॉयड की गर्दन को घुटने से दबाते होते देखा गया था। उसके बाद चोट के कारण उस शख्स की मौत हो गई थी।

अश्वेत फ्लॉयड को इस संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया गया था कि उसने एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल किया था। फ्लॉयड की मौत के बाद लोग काफी गुस्से में थे जो अलग-अलग शहरों में प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे।

वाशिंगटन में भी बड़ी तादात में लोग इकट्ठा हुए। यहां व्हाइट हाउस के बाहर लोगों ने जमकर नारेबाजी की। जब राष्ट्रपति यहां पहुंचे तो पत्रकारों से न बात करके सीधे अंदर चले गए।

2016 में भी इसी तरह एक अश्वेत टेरेंस क्रचर को भी पुलिस ने मार दिया था। तब भी काफी प्रदर्शन हुए जिसको लोगों ने इस बार भी याद किया। लोगों ने इस प्रदर्शन में 2016 में मारे गए टेरेंस के नाम के नारे भी लगाए।

लॉस एंजिलिस में प्रदर्शनकारियों ने “अश्वेत जिन्दगियां मायने रखती हैं” के नारे भी लगाए। उधर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज भी किया और नारे भी लगाए।

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