घरेलू गैस सिलेंडर (14.2 किलो) की कीमत 50 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ा दी गई। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि रात 12 बजे के बाद दिल्ली में प्रति सिलेंडर का दाम 769 रुपये हो जाएगा।
एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत राज्य द्वारा संचालित तेल कंपनियों द्वारा निर्धारित की जाती है और मासिक आधार पर संशोधित की जाती है। अंतरराष्ट्रीय ईंधन दरों और अमेरिकी डॉलर-रुपये की विनिमय दरों के आधार पर, कीमतें ऊपर या नीचे जा सकती हैं।
भारत सरकार वर्तमान में उपभोक्ताओं को घरेलू एलपीजी सिलेंडर की बिक्री पर सब्सिडी प्रदान कर रही है। सिलेंडर खरीदने के बाद सब्सिडी राशि सीधे व्यक्ति के बैंक खाते में जमा हो जाती है।
फ्यूल रिटेलर्स एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में संशोधन करते हैं, जो मुख्य रूप से एलपीजी के अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क दर और अमेरिकी डॉलर और रुपये विनिमय दर पर निर्भर है।
यह एलपीजी मूल्य वृद्धि ऐसे समय में आई है जब भारत में पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं। अब तक के सबसे उच्च स्तर पर जा चुके पेट्रोल के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।
ऊर्जा की बढ़ती कीमतें भारत में मुद्रास्फीति को बढ़ाएंगी। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। भले ही सरकार अर्थव्यवस्था को मंदी से बाहर निकालने की कोशिश करे लेकिन महंगाई की मार कम नहीं हो रही है।
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मोदी सरकार जब सत्ता में आई थी तब महंगाई एक प्रमुख मुद्दा था। प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषणों में लगातार महंगाई पर बात करते थे।
बीजेपी की एक टैग लाइन हुआ करती थी। ‘बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार’ वाली टैग लाइन भी अब जनता को राहत नहीं दे रही है। यदि यही हाल रहा तो देश की जनता को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।