पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक दवा कारोबारी अनुज की हत्या कर दी गई थी। हत्या के करीब 6 दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
आप स्थिति से अंदाजा लगा सकते हैं कि विक्रेता अनुज को जब गोली मारी गई तब उनकी पत्नी और बेटी वहीं थीं। परिवार के लोग इसके बाद काफी दहसत में हैं।
अब उनके परिवार ने हाथ जोड़ कर माफी माँगी और यूपी से पलायन करने का फ़ैसला लिया। उनका परिवार अब यहाँ सुरक्षित महसूस नहीं करता।
हत्या के विरोध में शुक्रवार को व्यापारियों ने बाजार बंद रखने का फैसला किया। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि कस्बे के कुछ दबंग व्यापारियों का उत्पीड़न करते हैं।
यह पहला मामला नहीं है इससे पहले सरिया व्यापारी शरीफ अंसारी, आटा कारोबारी आशीष, ओपी राम व सुशील आदि पर भी हमला किया जा चुका है।
दबंगों के खौफ के कारण कई व्यापारियों ने दुकान बिकाऊ है का बोर्ड लगाकर कस्बे से पलायन तक कर रहे हैं। मीडिया खबर के अनुसार कपड़ा व्यापारी टोनी मित्तल, किराना कारोबारी सोनू अग्रवाल, गौरीशंकर, श्यामसुंदर, अनिल व सुभाष के साथ ही कपड़ा व्यापारी विनोद मित्तल जैसे लोग पलायन कर चुके हैं।
अब आप स्थिति का अंदाजा लगाइए और फिर योगी सरकार के सुरक्षित प्रदेश वाली बात को लेकर सोचिए। केवल व्यापारी ही नहीं प्रदेश में हर रोज हत्या और बालात्कार के मामले सामने आ रहे हैं।
आप उस स्थिति का अंदाजा लगाइए कि हत्या होने के बाद परिवार प्रदेश छोड़ने पर मजबूर हो गया है। जब हत्यारों को गिरफ्तार कर जेल भेजना चाहिए तब परिवार बेबस होकर अपना घर छोड़ रहा है।
सवाल यह भी है की क्या अब मीडिया इसको लेकर अपने प्राइम टाइम में बहस करेगा। क्या अब कोई चिल्लाकर सूबे के मुख्यमंत्री से सवाल करेगा?
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