BY- FIRE TIMES TEAM
मुंबई साइबर पुलिस ने ‘बुल्ली बाई’ ऐप मामले में उत्तराखंड से एक और छात्र को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि मयंक रावल (21) के रूप में पहचाने जाने वाले छात्र को बुधवार तड़के उत्तरी राज्य से पकड़ा गया है।
मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने पहले इस मामले में मुख्य अपराधी श्वेता सिंह (19) को उत्तराखंड से और इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा (21) को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था।
मुंबई पुलिस ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म गिटहब पर होस्ट किए गए ‘बुली बाई’ ऐप पर ‘नीलामी’ के लिए सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की फर्जी तस्वीरें अपलोड करने की शिकायतों के बाद अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
वास्तव में कोई भी नीलामी या बिक्री नहीं हो रही थी, ऐप का उद्देश्य सिर्फ कुछ महिलाओं को अपमानित और बदनाम करने का था, जिनमें से कई सक्रिय सोशल मीडिया उपयोगकर्ता हैं।
मुंबई साइबर पुलिस स्टेशन ने ऐप के अज्ञात डेवलपर्स और इसे बढ़ावा देने वाले ट्विटर हैंडल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को ‘बुल्ली बाई’ मामले को अपनी इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट में ट्रांसफर कर दिया है।
पुलिस ने कहा कि इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSCO) इकाई ‘सुल्ली डील्स’ मोबाइल एप्लिकेशन मामले की भी जांच कर रही है जो पिछले साल जुलाई में सामने आया था।
‘सुल्ली डील’ मामले की जांच के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि IFSCO इकाई को मंगलवार को केंद्र से आपराधिक मामलों में पारस्परिक कानूनी सहायता संधि (एमएलएटी) प्रक्रिया के लिए मंजूरी मिल गई है।
सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं के नाम और फ़ोटो ‘बुल्ली बाई’ मोबाइल एप्लिकेशन पर ‘नीलामी’ के लिए अपलोड किए गए थे। यह फोटो बिना अनुमति के लिए गौए थे और साथ ही एडिट करके ऐप पर डाले गए थे।
एक साल से भी कम समय में ऐसा दूसरी बार हुआ है। इससे पहले भी एक ऐप ‘सुल्ली डील’ नाम से आया था।
दिल्ली पुलिस ने शनिवार को एक महिला पत्रकार की फर्जी तस्वीर वेबसाइट पर अपलोड करने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। पत्रकार ने शिकायत दर्ज कराई थी और इसकी एक प्रति ट्विटर पर साझा की थी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “एक जनवरी को शिकायत मिलने के बाद ‘बुल्ली बाई’ मोबाइल ऐप के संबंध में एक मामला दर्ज किया गया था। जांच चल रही है। हमने होस्टिंग प्लेटफॉर्म से भी संपर्क किया है जो विदेशों में स्थित है और आगे की जांच के लिए उनके जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं।”
एक अन्य अधिकारी ने कहा, “‘बुल्ली बाई’ मामले को IFSCO इकाई को स्थानांतरित कर दिया गया है और प्रोटोकॉल के अनुसार हम संबंधित अधिकारियों को एमएलएटी के लिए मंजूरी लेने के लिए लिखने की योजना बना रहे हैं, जबकि मामले की जांच चल रही है।”
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