BY – FIRE TIMES TEAM
देश के सबसे धनी मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेन्चर्स लिमिटेड (RRVL) ने फ्यूचर ग्रुप के थोक और खुदरा कारोबार तथा लॉजिस्टिक्स और भंडारण कारोबार के अधिग्रहण की घोषणा की।
फ्यूचर ग्रुप के साथ रिलायंस रिटेल की डील पर मुहर लगने के बाद अब भारत के खुदरा कारोबार में रिलायंस के किंग बनने संभावनाएं काफी बढ़ चुकी हैं। रिलायंस का यह सौदा उस रणनीति के अनुरूप है जैसा कि वह हर कारोबार में खुद को नंबर वन बनाने की कोशिश में रहता है।
कंपनी ने शनिवार को जारी अपने प्रेस रिलीज में कहा, इससे रिलायंस, फ्यूचर ग्रुप के बड़े ब्रांड बिग बाजार, ईजीडे, फूडहॉल, हेरिटेजफ्रेश, डब्ल्यूएचस्मिथ, FBB के देशभर के 420 शहरों में फैले 1800 से अधिक स्टोर्स तक अपनी पहुंच बनायेगी। यह डील 24,713 करोड़ में फाइनल हुई है।
इसके बाद फ्यूचर ग्रुप की रिटेल और होलसेल बिजनेस रिलायंस रिटेल एण्ड फैशन लाइफस्टाइल लिमिटेड (RRFLL) के अन्तर्गत आ जायेगी। हालांकि, फ्यूचर ग्रुप के बीमा और वित्तीय कारोबार इस सौदे का हिस्सा नहीं हैं।
पिछले वर्ष अमेजन ने फ्यूचर कूपन्स लिमिटेड की 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदकर फ्यूचर रिटेल में अप्रत्यक्ष रूप से 1.3 फीसदी हिस्सेदारी ली थी। इस वर्ष जनवरी में अमेजन फ्यूचर रिटेल के स्टोर के लिए अधिकृत ऑनलाइन बिक्री चैनल बन गया। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि फ्यूचर में अमेजन की हिस्सेदारी का क्या होगा।
1987 में 33 सालों की मेहनत के बाद किशोर बियानी ने इतना बड़ा रिटेल इंपायर खड़ा किया था, जो अब रिलायंस का हो गया है। रिलायंस रिटेल वेन्चर्स की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने कहा, “हमें भारत में आधुनिक खुदरा क्षेत्र के फ्यूचर ग्रुप वाली प्रसिद्ध ब्रांडों और प्रारूपों के साथ उसके परिवेश को संरक्षित करने की खुशी है। हम छोटे व्यापारियों, किराना स्टोरों और बड़े ब्रांडों के सहयोग से रिटेल कारोबार को और आगे ले जायेंगे। इसके साथ ही देश के उपभोक्ताओं को बेहतर सेवायें मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
रिटेल सेक्टर में अब और बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा –
फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस की इस डील के बाद रिलायंस रिटेल बिजनेस में एक तिहाई की मालिक बन जायेगी। देश में अब रिटेल सेक्टर में जंग और तेज हो जायेगी। इससे पहले अमेजन 5.5 अरब डॉलर का निवेश रिटेल सेक्टर में करने की घोषणा कर चुका है। वहीं साल 2018 में वॉलमार्ट ने 16 अरब अमरीकी डॉलर में दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को खरीद लिया था। अभी भारत की रिटेल इंडस्ट्री 1.1 ट्रिलियन डॉलर की है।