BY- FIRE TIMES TEAM
कोरोना संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। भारत में लॉकडाउन के बाद भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 27 मई तक की रिपोर्ट के अनुसार कुल मामले 1.50 लाख को पार कर गए हैं। वहीं कुल मौतों का आंकड़ा चार हज़ार से आगे निकल चुका है।
भारत की राजधानी दिल्ली में 27 मई को सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए। इस दिन कुल 792 नए मामले सामने आए वहीं अब तक 303 लोगों की मौत हो चुकी है।
लॉकडाउन के कारण सबसे बुरी स्थिति प्रवासी मजदूरों की हो गई है। कई मजदूरों की इस लॉकडाउन के कारण मौत हो चुकी है। रेलवे ने जो श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं उनमें सफर करने वाले मजदूरों को खाने के साथ-साथ पानी तक बड़ी मसक्कत के साथ मिल रहा है। कई खबरें ऐसी भी आईं जहां ट्रेन में सफर करने वाले प्रवासी मजदूरों की मौत भी हो गई।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कण्डेय काट्जू ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘सारे देश की हालत बंटाधार हो गई है सब तरफ अफरा तफरी मची हुई है लोग भूके मर रहे हैं सारी जनता त्राहि त्राहि चिल्ला रही है मगर इस सरकार पर जू नहीं रेंग रही है
Hari Om’
सारे देश की हालत बंटाधार हो गई है सब तरफ अफरा तफरी मची हुई है लोग भूके मर रहे हैं सारी जनता त्राहि त्राहि चिल्ला रही है मगर इस सरकार पर जू नहीं रेंग रही है
Hari Om— Markandey Katju (@mkatju) May 27, 2020
लॉकडाउन के बाद देश की स्थिति काफी नाजुक हो गई है। बिहार के मुजफ्फरपुर स्टेशन पर गुजरात से ट्रेन के द्वारा आई एक महिला की अचानक मौत हो गई। अब उस महिला की मौत भूक-प्यास से हुई है या कोई अन्य कारण है इसका अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में प्रवासी मजदूरों को न केवल खाने-पीने की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है बल्कि रुट बदल जाने के कारण भी परेशानियां और ज्यादा बढ़ गई हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 40 ट्रेनों का रूट बदल दिया गया है। जिन ट्रेनों को 48 घंटे में पहुंच जाना चाहिए वो कई दिन का समय ले रही हैं।
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