चीनी सेना से झड़प के बाद हमारे 20 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद चीन की सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया था। वर्तमान में भी तनाव कम नहीं हुआ है। 2 अगस्त 2020 के समाचार के अनुसार लद्दाख क्षेत्र में स्थिति को देखते हुए भारत ने बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दी है।
अब एक खबर ऐसी आई है जिसने भारतीय जनता पार्टी को बैकफुट पर खड़ा कर दिया है। दरअसल जब दुनियाभर में कोरोना तबाही मचा रहा है तब हम आईपीएल कराने जा रहे हैं।
भारत सरकार ने आईपीएल 2020 के लिए हरी झंड़ी दिखा दी है और यह 19 सितंबर से 10 नवंबर तक दुबई में होगा। इस खबर के बाद राष्ट्रवाद को लेकर एक नई बहस शुरू हो गई है।
दरअसल इस आईपीएल के स्पॉन्सर वीवो को लेकर लोग सरकार से सवाल कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब सरकार चीनी ऐप्स पर बैन लगा सकती है तब वह चीनी मोबाईल कंपनी वीवो के साथ मिलकर आईपीएल कैसे करा सकती है।
आपको बता दूं कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच हिंसक झड़प के बाद 20 भारतीय जवानों की मौत हो गई थी। इसके बाद मोदी सरकर ने कई चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया था। इन ऐप्स में टिकटॉक भी शामिल था जो भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था।
अब जब आईपीएल एक चीनी मोबाइल कम्पनी के स्पॉन्सर से हो रहा है तो लोग पूछ रहे हैं कि क्या देशभक्ति का ठेका सिर्फ मध्यम और गरीब लोगों ने ले रखा है।
- आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने एक ट्वीट के माध्यम से तंज कसा। उन्होंने शहादत, भावना और मुनाफाखोरी को जोड़ते हुए आईपीएल को लेकर तंज कसा।
IPL-2020 की प्रमुख प्रायोजक एक चीनी कंपनी।
किसी की शहादत, किसी की भावना,
किसी की मुनाफाखोरी।
ना बाप बड़ा, ना भैया,
सबसे बड़ा रुपय्या।— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) August 3, 2020
अमित शाह के बेटे जय शाह को लेकर भी लोग सवाल कर रहे हैं। दरअसल वह वर्तमान में बीसीसीआई के उपाध्यक्ष हैं। एनडीटीवी के न्यूज़ एंकर सोहित मिश्रा ने ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, ‘ अब देशहित में आईपीएल देखना बंद करो… अगर देखोगे तो देशद्रोही कहलाओगे… वैसे बीसीसीआई के मैनेजमेंट में कौन-कौन शामिल है।’