कोरोना के दौरान आर्थिक व्यवस्था खस्ताहाल है। औद्योगिक इकाइयों के बंद होने से प्रत्येक क्षेत्र प्रभावित हुआ है। लोगों की नौकरियां गई हैं और नया काम मिल नहीं रहा है।
अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने जीडीपी को लेकर नए आंकड़े दिए हैं। उसके अनुसार 2020 में बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति जीडीपी 4 प्रतिशत की दर से बढ़ते हुए 1888 डॉलर के लेवल पर पहुंच सकती है।
वहीं भारत की इस साल स्थिति कुछ ठीक नहीं रहने वाली है। यहां प्रतिव्यक्ति जीडीपी 10.5 फीसदी की दर से गिर सकती है। यह स्थिति पिछले 4 साल में सबसे बुरी होगी।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने यह अनुमान वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर लगाया है। अब ऐसा हो जाता है तो प्रति व्यक्ति जीडीपी के मामले में भारत दक्षिण एशिया में सिर्फ नेपाल और पाकिस्तान से ही बेहतर स्थिति में होगा। दिलचस्प बात यह है कि बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव जैसे देश भी भारत से आगे होंगे।
आपको बता दें कि 5 साल पहले तक भारत की जीडीपी बांग्लादेश से 40 प्रतिशत ज्यादा थी। और अब वह लंबी छलांग लगाकर भारत को भी पीछे किये दे रहा है। बांग्लादेश ने इन 5 सालों में 9.1 पर्सेंट की कंपाउंड ग्रोथ लाने में सफल हुआ जबकि भारत में इस दौरान 3.2 फीसदी ग्रोथ रेट ही रही।
आईएमएफ ने बताया कि इस साल भारत की अर्थव्यवस्था 10.3 फीसदी की गिरावट का सामना करेगी। जबकि जून में उसने 4.5 फीसदी की गिरावट का ही अनुमान लगाया था। मतलब आईएमएफ ने गिरावट के अनुमान को बढ़ा दिया है।
आपको बता दें कि कोरोना काल के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था पिछले 45 साल में सबसे बुरे दौर से गुजरी है। अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था माइनस 23 फीसदी पर पहुंच गई थी।
हालांकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने बताया है कि 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था जोरदार तरीके से वापसी करेगी। और यह एकबार फिर से बांग्लादेश को पीछे छोड़ देगी। खैर वह तो समय आने पर ही पता चलेगा।
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