हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के एक कर्मचारी को जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मीडिया में छपी खबर के अनुसार एचएएल का यह कर्मचारी आईएसआई को भारतीय लड़ाकू विमानों की जानकारी देता था।
पुलिस ने कहा कि 41 वर्षीय दीपक शिरसाट एचएएल में एक सहायक पर्यवेक्षक के रूप में काम कर रहा था और सोशल मीडिया पर एक महिला के रूप में एक पाकिस्तानी नागरिक द्वारा “हनी ट्रैप” का शिकार हुआ।
पुलिस ने बताया है कि इस शख्स का नाम दीपक शिरसाट और यह सोशल मीडिया के माध्यम से विमानों व उनके निर्माण से जुड़ी ख़बर आईएसआई को दे रहा था। फिलहाल एटीएस ने उसको नाशिक से गिरफ्तार कर लिया है।
दीपक के पास से तीन मोबाइल, पांच सिम कार्ड और दो मेमोरी कार्ड जब्त किए गए हैं। फ़ोन और सिमकार्ड को फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है।
अदालत में पेश किया गया: दीपक को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 10 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। अब उसके ऊपर एचएल के नियमों के तहत भी कार्यवाही की जाएगी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दीपक ने नासिक के नजदीक ओझर में एचएएल की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट, एयरबेस और यूनिट के प्रतिबंधित क्षेत्र से जुड़ी जानकारी भी दी थी।
आपको बता दें कि नासिक के एचएएल एयरक्राफ्ट डिवीजन में मिग-21 एफएल और के-13 मिसाइल का निर्माण होता है। इसकी स्थापना 1964 में एयरक्राफ्ट डिवीजन नासिक, ओझर में की गई थी। यह नासिक से 24 किमी और मुंबई से लगभग 200 किमी दूर है।
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