चुनाव लोकतंत्र के लिए बेहद अहम है। इस दौरान शक्ति जनता के हाथ में आ जाती है। उसके निर्णय से अगली सरकार बनती है। भले 5 साल नेता जनता के बीच न जाये लेकिन चुनाव के समय उसकी मजबूरी बन जाती है जाना।
भारत जैसे लोकतांत्रिक देशों में नेता अक्सर अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद चुनाव के समय ही जनता के बीच जाते हैं। बड़े-बड़े वादे करते हैं और चुनाव के बाद फिर से जनता को भूल जाते हैं।
धीरे-धीरे हमारे देश की जनता भी जागरूक हो रही है। साक्षरता बढ़ रही है और आम लोग अब राजनीति को समझ भी रहे हैं। नेताओं द्वारा किए गए कार्यों का आंकलन भी कर रहे हैं।
बिहार चुनाव में अब ज्यादा सा नहीं बचा है। नेता जनता के बीच वोट मांगने के लिए अपनी प्रतिक्रिया शुरू कर दिए हैं। जो 5 साल जनता से दूर रहे वह भी अपनी गाड़ी खूब घुमाने लगे हैं।
बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा घोसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं लेकिन इस बार उन्हें जेडीयू ने उन्हें जहानाबाद से टिकट दिया है।
टिकट तय होने के बाद शिक्षा मंत्री जहानाबाद क्षेत्र में वोट मांगने के लिए गए हुए थे। जहाँ एक ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई कि उन्हें वहां से भागना पड़ा।
दरअसल सोशल मीडिया पर बिहार के शिक्षा मंत्री का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि चुनाव प्रचार करने गए शिक्षा मंत्री का युवाओं ने जमकर विरोध किया। युवाओं ने कृष्ण नंदन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
स्थिति ऐसी बन गई कि वोट मांगने पहुंचे जदयू नेता गाड़ी से उतरे बिना ही वापस चले गए। गाड़ी में बैठे-बैठे उन्होंने युवाओं के विरोध को देखा।
जब बिहार के मतदाताओं ने राज्य के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा को खदेड़ दिया .. pic.twitter.com/YCUK95Baod
— Vinod Kapri (@vinodkapri) October 10, 2020
आपको बता दें कि बिहार में बेरोजगारी को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन किया गया है। रेलवे में सबसे ज्यादा बिहार के लोग ही फॉर्म भरते हैं। दो साल से ऊपर हो रहा है न परीक्षा परिणाम का पता है और न नौकरी का।
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