BY – FIRE TIMES TEAM
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गायों के संरक्षण के नाम पर कानून तो बना दिये, उनके लिए गौशाला भी बना दिया गया। करोड़ों रूपये के बजट से तमाम प्रचार प्रसार भी किया गया। लेकिन अब उन गौशालाओं की हालत दयनीय हो गयी है।
कहीं पर चारा के नाम पर गायों को सिर्फ भूसा डाल दिया जाता है, तो कहीं पानी के बगैर ही गाय तड़प-2 कर मर रही हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश में पीलीभीत के देवीपुरा गोशाला में बुधवार को 3 गायों ने भूख से तड़प कर जान दे दी।
ऐसा नहीं है कि यहां पहली बार गायों की मौत हुई है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले 6 महीनों के दौरान यहां 150 से ज्यादा गायों की मौत भूख की वजह से हो गई है। इसके जिम्मेदार सरकार में तैनात प्रशासन के आलाधिकारी हैं जिनकी लापरवाही की वजह से ऐसा हो रहा है।
बताया जा रहा है कि 3 महीने से वेतन न मिलने से नाराज होकर गौ-शाला के कर्मचारी भी हड़ताल पर चले गए हैं। ओम प्रकाश व्यवस्थापक देवीपुरा गोशाला ने बताया कि यहां तैनात कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है।
उन्हें तीन महीने से वेतन नहीं दिया गया है। पशुओं की खाने की व्यवस्था करने बाले ठेकेदार को भी पैसे नहीं मिल रहे हैं। इसलिए पशुओं के भूसे का इंतजाम नहीं हो पा रहा है। भूख के कारण पशु तड़प रहे हैं। तीन पशु मर भी गए हैं।
सुनील कुमार कश्यप सांसद प्रतिनिधि ने बताया कि गोशाला की स्थिति बहुत ही दयनीय है जो सफाई कर्मचारी है उनका पेमेंट नहीं हो पा रहा है। वो बहुत परेशान है जो हमारे गोशाला के कर्मचारी है, लेबर हैं उनका पेमेंट नहीं हो पा रहा है वो सभी हडताल पर चले गए हैं। 3 पशु मर गए है खाने की व्यवस्था नहीं है।
गोशाला में पिछले 6 माह में 150 गायों की मौत हो गई थी, जिसमें पूर्व पशुचिकित्सा अधिकारी ज्ञान प्रकाश ने गोशाला में अधिक पशु बता कर उन्हें जनपद के भर पचपेड़ा गोशाला रवाना दिखा दिया था जबकि वास्तव में ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था।
वो सभी गाय इसी तरह मर गई थी। अधिकारियों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने पूरे मामले को जांच के घेरे में डाल दिया जिसकी विवेचना अभी भी लंबित है।