BY – FIRE TIMES TEAM
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नेताओं का प्रचार अभियान जारी है। चूंकि यह कोरोना काल है जिसमें चुनाव हो रहा है। इसलिए अधिकतर नेता वर्चुअल रैली के माध्यम से ही जनता को सम्बोधित कर रहे हैं।
आज मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निश्चय संवाद के दूसरे दिन के पहले चरण में 11 विधानसभा के लोगों को सम्बोधित किया। इस दौरान रोजगार के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कहने को कोई कुछ भी कह सकता है। उनका इशारा तेजस्वी यादव की तरफ था।
उन्होंने कहा कि क्या दुनिया में कोई भी ऐसा देश या फिर राज्य है जहां सभी लोगों को सरकारी नौकरी मिलती है। इसी दौरान उन्होंने कहा कि 1990 से लेकर 2005 तक 1 लाख से भी कम लोगों को सरकारी रोजगार मिला था। जिसमें अविभाजित झारखंड भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि हम लोगों ने 7 निश्चय कार्यक्रम के तहत काम किया है और अब आप को तय करना है कि आगे भी इसी तरह के विकास का काम हो।
राजनीति हमारे लिए सेवा है, कुछ लोग सेवा-सेवा बोलते हैं लेकिन बस मेवा खाना चाहते हैं। हमारे लिए बिहार एक परिवार है। वहीं लालू पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के लिए पति, पत्नी, बेटा और बेटी ही परिवार है।
आपको बता दें कि नीतीश कुमार 11 विधानसभा क्षेत्र जिनमें मोकामा, मसोढ़ी, पालीगंज, कुर्था, जहानाबाद, घोसी, जगदीशपुर, संदेश, डुमरांव, अगियांव और राजपुर शामिल हैं। इन क्षेत्रों के उम्मीदवारों के समर्थन में यह वर्चुअल रैली आयोजित की गई थी।
मुख्यमंत्री ने रैली को सम्बोधित करते हुए निश्चय संवाद के दूसरे चरण में किये जाने वाले कामों का भी उल्लेख किया। जिसमें युवाओं के लिए मेगा स्किल डेवलेपमेंट कार्यक्रम और खुद के व्यवसाय के लिए ऋण की व्यवस्था की बात कही।
सीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान प्रवासी मजदूरों के आगमन के बाद उनके ऊपर 5300 रूपये प्रति व्यक्ति खर्च किया गया है। इसके अलांवा संक्रमण से बचने के लिए सरकार लगातार इंतजाम कर रही है।
नीतीश कुमार ने प्रदेश की जीडीपी के बारे में कहा कि साल 2006-07 में जीडीपी 88 हजार करोड़ थी जो अब 2019-20 में 4 लाख 14 हजार 977 करोड़ हो गई है।
कुल मिलाकर अगर नीतीश कुमार के इस भाषण में कही गयी बातों को देंखे तो यह सुनने में तो बहुत सुंदर लगता है, लेकिन क्या यह हकीकत का रूप लेगा यह तो भविष्य ही बतायेगा।