समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 7 दिसम्बर 2020 को किसान यात्रा और 8 दिसम्बर 2020 के किसानों के भारत बंद में सक्रिय भागीदारी और सफल बनाने के लिए समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को बधाई दी है।
समाजवादी पार्टी की किसान यात्राएं प्रदेश स्तर पर जारी रहेगी। अपने साधनों से पैदल, मोटर साइकिल या साइकिल से कार्यकर्ता जनपदों में किसान यात्रा निकालेंगे।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। समाजवादी सरकार में कुल बजट का 75 प्रतिशत किसान और गांव की प्रगति के लिए प्राविधान किया गया था।
किसानों के लाभ की कई योजनाएं शुरू की गई थी। जबसे भाजपा सत्ता में आई है किसानों के फायदे की समाजवादी सरकार की सभी योजनाएं बंद कर दी गई हैं।
श्री यादव ने कहा कि सरकारी हठधर्मिता के कारण किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। भाजपा सरकार का आचरण और कार्यव्यवहार पूरी तरह किसान और कृषि विरोधी है।
तथाकथित कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन और भारत बंद का समाजवादी पार्टी ने पूर्णतया समर्थन किया है। इससे बौखलाई भाजपा सरकार ने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के खिलाफ दमनचक्र चलाकर अलोकतांत्रिक व्यवहार किया है।
लोकतंत्र में विपक्ष द्वारा विरोध प्रदर्शन का दमन संविधान की मूल भावना का तिरस्कार करना है। इससे भाजपा का विद्वेषपूर्ण चरित्र उजागर होता है। समाजवादी पार्टी के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर बर्बरता से जगह-जगह लाठीचार्ज में दर्जनों कार्यकर्ता घायल हुए हैं तथा तमाम नेताओं को झूठे मुकदमों में फंसाया गया। समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
भाजपा किसानों के हितों के बजाय कारपोरेट की संरक्षक है। सत्ता में आकर वह ज्यादा दम्भी और हठधर्मी हो गई है। भाजपा के रवैये से देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था संकट में घिर जाएगी। भारत का किसान भाजपा को कभी माफ नहीं कर सकता।