Tag Archives: politics

बिहार: नीतीश ने मजबूरी में शुरू की थी जाति की राजनीति

BY- PRIYANSHU KUSHWAHA नीतीश ने कभी भी स्वजातीय पहचान की राजनीति नहीं की। ये शूरू से ही अति पिछड़ों की आवाज उठाते रहे। कर्पूरी जगदेव की राजनीति करते रहे। लेकिन ऐसा करने से उन्हें कोई खास लाभ तब तक नहीं हुआ जब तक कि कोयरी – कुर्मी समाज ने नीतीश कुमार …

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विश्लेषण: नीतीश कुमार अपने साथियों को रौंदकर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे

BY- RAHUL KUMAR GAURAV बिहार राज्य में अगर मुख्यमंत्रियों की जिक्र होगी तो अग्रिम लिस्ट में लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार का नाम आएगा। हालांकि इन दोनों की राजनीतिक सफलता और असफलताओं के बीच का रास्ता बेहद संघर्षशील रहा। हम आपको लालू और नीतीश की राजनीति के चंद बारीकी अंतर …

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लालू ने किन नेताओं के सहारे देश में बहुजन राजनीति को स्थापित किया?

BY- PRIYANSHU यूपी-बिहार में चुनाव लड़ने के लिए जातीय समीकरण जोड़िए, फिर जाति का नेतृत्व करने वाली पार्टियों से गठबंधन कीजिए, उन्हें मुंह मांगी सीट दीजिए, राज्यसभा और एमएलसी का लोभ दीजिए, उनके नेताओं को मंत्री पद दीजिए..! सत्ता तक पहुंचने के लिए यही सरल माध्यम है, इसमें चमत्कार का …

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चुनौतियों से जूझ रही कांशीराम की राजनीतिक विरासत, दूर की कौड़ी हुई राजसत्ता

BY- SANJEEV BHARTI “राजनीति चले या न चले,सरकार बने या न बने लेकिन सामाजिक परिवर्तन की गति किसी भी कीमत पर रूकनी नहीं चाहिए।” लगभग तीन दशक पहले मान्यवर कांशीराम की ओर से कही गयी ये पंक्तियां आज उनकी राजनीतिक विरासत और भारतीय दलित राजनीति के लिए सबसे अधिक प्रासंगिक हो …

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रूस बनाम यूक्रेन: रूस का आदमखोर जासूस से एक कामेडियन का युद्ध संघर्ष, भारत पर क्या असर पड़ेगा?

BY- FIRE TIMES TEAM राजनीति भी ग़जब ग़जब के खेल दिखाती है. इस वक्त सिर्फ दो देश आपस में नहीं लड़ रहे हैं केजीबी का एक आदमखोर जासूस एक कामेडियन से लड़ रहा है वह कामेडियन जिसने बचपन से जवानी तक लोगों को हंसाया और किस्मत की बात है कि यूक्रेन …

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बजरंग दल क्यों मासुम युवक को राजनीतिक पार्टियों का मोहरा बना रहा है?

BY- RAHUL KUMAR GAURAV कर्नाटक के शीमोगा ज़िले के 23 वर्षीय युवक हर्षा की हत्या हो गई है, हर्ष बजरंग दल का कार्यकर्ता था और उसकी हत्या के पीछे हिजाब विवाद को बताया जा रहा है, जिस पर हर्ष काफ़ी मुखर होकर लगातार सोशल मीडिया और ज़मीन पर सक्रिय था। …

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राजनीति विश्लेषण: केजरीवाल और ओवैसी एक ही थाली के चट्टे बट्टे

BY-PRIYANSHU दिल्ली, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, गोवा, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमांचल, राजस्थान… ये वो राज्य है जहां कांग्रेस मज़बूत स्थिति में है, यहां कांग्रेस का भाजपा से सीधा मुकाबला होता है..! इन राज्यों में क्षेत्रीय दलों की संख्या न के बराबर है, कुछ है भी तो कमज़ोर स्थिति में है। आम …

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लालू-ललुआ हो जाते है, किसी ने राजनाथ सिंह को राजनाथवा, जगदानंद सिंह को जगदवा क्यों नहीं कहा?

BY- PRIYANSHU बिहार-यूपी घूम लीजिए, यहां मुलायम-लालू यादवों के नेता घोषित हो जाते है। नीतिश-बेनी प्रसाद-सोनेलाल कुर्मियों के नेता घोषित हो जाते है। रामविलास पासवान को दुषाद समुदाय के आगे किसी ने नहीं देखा, मायावती का असर गैर-जाटव दलितों में शून्य के बराबर रह जाता है। ओम प्रकाश राजभर मामूली विधायक …

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कांग्रेस में किन ब्राह्मणों और ठाकुरों का बोलबाला हुआ करता था?

BY- RAHUL KUMAR GAURAV प्रियांशु कहते हैं कि यूपी की राजनीति को करीब से देखिए। कांग्रेस सवर्ण वोटरों के जनाधार के बल पर उत्तर प्रदेश में पनपा था। 1970-90 के दशक में त्रिभुवन नारायण सिंह, कमलापति त्रिपाठी, नंदन बहुगुणा, नारायण दत्त तिवारी, श्रीपति मिश्र, वीपी सिंह जैसे नेताओं को कांग्रेस ने …

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जानिए कौन हैं कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य?

BY- VIRENDRA KUMAR अपने कोईरी समाज के कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कल उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए भाजपा छोड़ने की घोषणा की और कुछ देर बाद ही उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलकर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। …

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