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भारत की जनता को इस तरह टुकड़ों-टुकड़ों में बाँट देने से उनके असली लक्ष्य मनु के ब्राह्मणवाद पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा

BY : बादल सरोज “ज्यों-ज्यों दिन की बात की गयी, त्यों-त्यों तो रात हुयी” की तर्ज पर पिछले चार दिनों में दो बड़ी और चिंताजनक घटनाएं घटी हैं। पहली : असम और मिजोरम की “सीमा” पर दोनों प्रदेशों (देशों नहीं, प्रदेशों) के सशस्त्र बलों में मुठभेड़ हो गयी। मेघालय के …

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