BY – FIRE TIMES TEAM
कृषि कानूनों को लेकर विरोध बहुत तेज हो गया है, जहां दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों की सरकार से वार्ता विफल रही। और अब किसान संगठनों ने देशभर में 8 दिसंबर को भारतबंद का ऐलान किया है। ऐसे में तमाम राजनीतिक पार्टियों ने भी किसानों का समर्थन किया है।
वहीं उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी 7 दिसंबर को पूरे प्रदेश में किसान विरोधी कानून को वापस लेने के लिए किसान यात्रा निकालना चाहते थे। लेकिन पार्टी के तमाम नेताओं को या तो गिरफ्तार कर लिया गया या उन्हें उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया।
किसान आंदोलन के समर्थन में सोमवार को कन्नौज में होने वाली किसान यात्रा से पहले ही पुलिस ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सोमवार को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस ने धारा-144 के उल्लंघन मामले में अखिलेश यादव पर कार्रवाई की है। फिलहाल पुलिस सपा प्रमुख अखिलेश यादव को हिरासत में लेकर ईको गार्डन लेकर गई है। इससे पहले उनको निजी आवास पर नजरबंद (House Arrest) कर दिया गया था।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि किसानों के आंदोलन को पूरे देश में बल के आधार पर दबाया जा रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किसानों के आंदोलन को समर्थन दिया है।
इसी क्रम में 7 दिसंबर से अनवरत समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता किसानों के पक्ष में सड़क पर रहेंगे। 7 दिसंबर को अखिलेश यादव को कन्नौज जाना था, लेकिन उन्हें अलोकतांत्रिक तरीके से रोक कर हाउस अरेस्ट किया गया है।
Samajwadi Party (SP) chief Akhilesh Yadav detained by Police. He was staging a sit-in protest after his vehicle was stopped by Police.
He was scheduled to visit Kannauj to stage a demonstration in support of farmers, agitating against Centre's #FarmLaws https://t.co/GTdcnFTd3m pic.twitter.com/owIOmWReHb
— ANI UP (@ANINewsUP) December 7, 2020
क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों को भी देखा है। इस घमंड वाली सरकार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता चूर चूर कर देंगे। हमारे नेता किसानों के साथ हैं और हम किसानों के मुद्दे पर सदन से सड़क तक लड़ते रहेंगे।
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव की नजरबंदी को लेकर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बयान जारी किया था। उन्होंने कहा था कि किसी को नजरबंद नहीं किया गया है।
कमिश्नर की ओर से बताया गया था कि डीएम कन्नौज ने प्रस्तावित किसान यात्रा को रद्द करने प्रस्ताव दिया था। इसी आधार पर अखिलेश यादव के कार्यक्रम को निरस्त कर उन्हें कन्नौज जाने से रोका गया है।