सत्य और अहिँसा के रास्ते पर चलने वाले, भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति दिलाने वाले मोहनदास करमचंद गांधी के विचारों की पूरी दुनिया कायल है।
महात्मा गांधी के अनमोल विचार:
1. सत्य एक विशाल वृक्ष है, उसकी ज्यों-ज्यों सेवा की जाती है, त्यों-त्यों उसमें अनेक फल आते हुए नजर आते हैं, उनका अंत ही नहीं होता।
2. ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो, ऐसे सीखो कि तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो।
3. पहले वो आप पर ध्यान नहीं देंगे, फिर वो आप पर हंसेंगे, फिर वो आप से लड़ेंगे और तब आप जीत जाएंगे।
4. आप तब तक यह नहीं समझ पाते कि आपके लिए कौन महत्वपूर्ण है जब तक आप उन्हें वास्तव में खो नहीं देते।
5. क्रोध एक प्रचंड अग्नि है, जो मनुष्य इस अग्नि को वश में में कर सकता है, वह उसे बुझा देगा। जो मनुष्य अग्नि को वश में नहीं कर सकता, वह स्वयं अपने आप को जला देगा।
6. खुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हो।
7. आदमी अपने विचारों से निर्मित एक उत्पाद है वह जो सोचता है, वही बन जाता है।
8. आप मुझे जंजीरों से जकड़ सकते हो, यातना दे सकते हो। यहां तक कि आप मेरे इस शरीर को नष्ट कर सकते हो। लेकिन आप कभी भी मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते।
9. डर शरीर की बीमारी नहीं है, यह आत्मा को मारता है।
10. विश्वास को हमेशा तर्क से सोचना चाहिए, जब विश्वास अंधा हो जाता है तो मर जाता है।
11. आज जो आप करते हैं, उसपर भविष्य निर्भर करता है।
12. आजादी का कोई मतलब नहीं, यदि इसमें गलती करने की आज़ादी शामिल न हो।
13. आपको इंसानियत में विश्वास नहीं खोना चाहिए, इन्शानियत एक समुंदर है; यदि समुन्नत में कुछ बूंदें गंद होती हैं तो समुंदर गंदा नहीं हो जाता है।
14. कोई भी मुझे मेरी इजाजत के बिना नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
15. मौन रहना सबसे सशक्त भाषण है, धीरे-धीरे ये दुनिया आपको जरूर सुनेगी।