BY- अखिलेश सिंह
महात्मा बुद्ध ने भारत को नपुंसक बना डाला। यह बात छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में हैप्पीनेस सेंटर के उद्घाटन पर आए मुख्य अतिथि पद्म विभूषण रामभद्राचार्य ने कही है।
आइये जानते है भारत कैसे किसके शासक में गुलाम बना
भारत में इस्लाम धर्म का उदय
सबसे पहले 711 ईस्वी में “मुहम्मद बिन कासिम” ने सिंध पर हमला करके “ब्राह्मण राजा दाहिर” को हराया। 12वीं शताब्दी के अंत मे ब्राह्मण बल्लालसेन का राज्य बंगाल में था उसपर बख्तियार खिलजी ने 20 घुड़सवारों के साथ आक्रमण किया और बल्लालसेन को महल के पिछले दरवाजे से भागना पड़ा।
वंही पर घमंड में चूर बख्तियार खिलजी नेपाल पर आक्रमण कर दिया। जहाँ उसकी करारी हार हुए जिसके बाद शर्मिंदगी और हार को बर्दास्त नहीं कर सका और उसकी मौत हो गई।
पानीपत की तीसरी लड़ाई 1761 में अफगान आक्रमणकारी अहमद शाह अब्दाली ने ब्रह्मण सदाशिवराव भाऊ के बीच हुयी जिसमे पेशवा को बुरी तरह से पराजय का सामना करना पड़ा।
1802 में ब्राह्मण बाजीराव द्वितीय अंग्रेजों से पूर्णतया पराजित हो गए और बेसिन संधि के साथ अंग्रेजों की सत्ता स्थापित हो गई। लगभग 200 वर्ष भारत पर अंग्रेजो का शासन रहा। अंत में आम भारतीयों के आंदोलन से देश आजाद हुआ।
उपर्यक्त प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं के विशलेषण से पता चल जाता है कि 7 वी शताब्दी से मुगलों को छोड़कर भारत में कोई बौद्ध शासक या राजा नहीं रहा। इस दौरान भारत पर हुए आक्रमणों में वर्ण, श्रम, धर्म समर्थक राजाओं की हार होती रही।
वर्तमान नेता गलवान घाटी में चीनी आक्रमण करियों का नाम लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे है। भारतीय नेता हिन्दू धर्म के अनुयायी है और बहुत से चीनी अभी भी बौद्ध धर्म को मानते है।
(उपरोक्त लेख में विचार लेखक के निजी विचार हैं)