BY – FIRE TIMES TEAM
उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) की योगी सरकार के द्वारा प्रदेश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा दिया गया है।
इसी नारे के तहत देश की बेटियों को बढ़ावा देने और उनकी सुरक्षा की बात कही जाती है।
लेकिन कहीं ना कहीं बुंदेलखंड के बांदा में आज हुई इस घटना को देखकर यह आकलन किया जा सकता है।
यहां पर बेटियां मां की कोख में भी सुरक्षित नहीं है मां जिसे देवी का दर्जा दिया जाता है।
जब वही मां अपनी कोख में पलने वाली बच्ची की हत्यारन बन जाए।
तो इसे क्या कहेंगे इसका अंदाजा आप लोग खुद ही लगा सकते हैं।
अबॉर्शन(Abortion) कराना एक कानूनी अपराध है जिसको लेकर सजा का भी प्रावधान रखा गया है।
जिला महिला अस्पताल परिसर में बच्ची के मिलने से स्थानीय लोगों का अनुमान है कि यह गर्भपात का मामला है।
जिसे जिला महिला अस्पताल में अबॉर्शन के दौरान इस बच्ची को यहां पर फेंकने का काम किया गया है।
Uttar Pradesh के बांदा महिला जिला अस्पताल का यह मामला बेहद गंभीर हैः
आपको बता दें कि पूरा मामला बांदा जनपद के जिला महिला अस्पताल परिसर का है।
जहां पर आज एक बच्ची नाली में मृत अवस्था में पाई गई है।
उन्होंने तत्काल अस्पताल में काम करने वाले स्वीपर को बुलाकर उस बच्ची को नाली से बाहर निकलवाया।
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इस विषय में जब उस स्वीपर से बात की गई तो उसने बताया कि कुछ लोगों के द्वारा यहां पर नाली में पड़ी बच्ची को देखा गया था।
बच्ची को देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि कहीं ना कहीं वह बच्ची 3 से 4 माह की होगी।
Uttar pradesh के इस जिला अस्पताल परिसर में यह मामला कोई नया नहीं है इसके पहले भी कई ऐसे मामले आ चुके हैं।
जिनमें बच्चों के रहस्यमय तरीके से मिलने का मामला सामने आया था।
इसमें आला अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूर्ति ही की जाती है।
आज के मामले को लेकर जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार शर्मा से बात की गई।
सीएमओ ने बताया कि आप लोगों के द्वारा यह मामला संज्ञान में आया है।
यदि यह मामला सही हुआ तो मेरे द्वारा संबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने का काम किया जाएगा।