BY- FIRE TIMES TEAM
फर्जी वोटों का खेल आज का नहीं बल्कि काफी पुराने समय से चलता आ रहा है, पंचायत चुनाव में सबसे अधिक फर्जी वोट डाले जाते हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के एक गांव निजामपुर से सामने आया है।
फर्जी वोटो की बदौलत 25 सालो से प्रधानी का चुनाव जीतने वाले नाजिम खान की खबर को रीडर टाइम्स के पत्रकार शरद द्विवेदी द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था जिसकी वजह इस मामले का संज्ञान लेते हुए हरदोई की उप-जिलाधिकारी ने करवाई की।
फर्जी वोटो की खबर को संज्ञान में लेते हुए उप-जिलाधिकारी सदर कल भारी पुलिस दल के साथ निजामपुर पहुँच गई व घर घर जाकर फर्जी वोटों की जांच की तो शिकायत को सही पाया गया।
ग्राम निवासी सतीश वर्मा के साथ लगभग सवा सौ लोगों ने ग्राम प्रधान नाजिम खान की शिकायत की थी कि पिछले 25 सालों से नाजिम खान फर्जी वोटों के दम पर चुनाव जीत रहा है अतः मतदाता सूची की जांच कर फर्जी वोटो को कटवाया जाए। शिकायतकर्ता के शिकायती पत्र के अनुसार लगभग 358 ऐसे वोट बने है।
फर्जी मतदाता मलिहाबाद, बावन, हरदोई, बिलग्राम, सांडी में रहते हैं लेकिन उनका वोट भी निजामपुर में बना हुआ है और उनकी जगह दूसरे लोग वोट देते हैं। ऐसे ही बहुत से लोग ऐसे है जो मृतक हो चुके है व बहुत सी बेटियां ऐसी है जिनकी शादी हो चुकी है लेकिन उनका नाम आज भी मतदाता सूची में है।
यह सारा खेल संबंधित विभाग की मदद से खेला जा रहा है। और जो लगभग 358 फर्जी वोट बने है उन लोगों के नाम पर दूसरे लोग फर्जी वोट डालते है जिस कारण 25 सालों से नाजिम खान निजामपुर का प्रधान बनता चला आ रहा है।
जब घर घर जाकर वोट का सत्यापन किया गया तो पाया गया कि बहुत से मतदाता तो ऐसे है जिनका कोई मकान ही गांव में नही है। उप-जिलाधिकारी सदर ने बीएलओ राम विलास भास्कर को पूरे ग्राम वासियों के सामने तगड़ी फटकार लगाई।
अब देखना यह है कि क्या फर्जी वोट कटवाए जाएंगे या पूर्व की शिकायत की भांति इस प्रकरण को भी राजनीतिक दवाब के चलते ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।