BY- FIRE TIMES TEAM
पश्चिम बंगाल पुलिस ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के कैलाश विजयवर्गीय और तेजस्वी सूर्या और पार्टी के राज्य प्रमुख दिलीप घोष के खिलाफ सोमवार को सिलिगुड़ी में एक रैली में हुई हिंसा के संबंध में मामला दर्ज किया।
विजयवर्गीय भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और पश्चिम बंगाल के केंद्रीय पर्यवेक्षक हैं। सूर्या पार्टी के युवा मोर्चा के प्रमुख हैं।
भाजपा नेताओं के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट सिलीगुड़ी के न्यू जलपाईगुड़ी पुलिस स्टेशन में दायर की गई थी। पुलिस ने उन धाराओं के बारे में ब्योरा नहीं दिया जिनके तहत उन पर आरोप लगाए गए हैं।
पुलिस ने भाजपा नेताओं सौमित्र खान, सयंतन बोस, सुकांता मजुमदार, निशीथ प्रमाणिक और अन्य पर भी आरोप लगाए हैं। उन पर पार्टी कार्यकर्ताओं को हिंसा में लिप्त होने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया गया है।
भाजपा और इसकी युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्यों ने सोमवार को बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के कथित कुशासन के खिलाफ जुलूस निकाला था।
भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर कथित रूप से पत्थर फेंके। सिलीगुड़ी के कम से कम चार स्थानों पर पुलिस और पार्टी के सदस्यों के बीच झड़पें हुईं।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व घोष, विजयवर्गीय, सूर्या और खान ने किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान एक बीजेपी कार्यकर्ता उलेन रॉय की मौत भी हो गई। बीजेपी ने आरोप लगाया कि रॉय की मौत पुलिस के बैटन चार्ज के कारण हुई है।
भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले राज्य चुनावों को लेकर कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया है।
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