BY- FIRE TIMES TEAM
केंद्रीय महिला बाल विकास मंत्रालय के लिए प्रस्तावित बजट में पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत की कमी की गई है। इसके अलावा, केंद्र की प्रमुख बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के लिए कोई आवंटन नहीं है।
2021-22 में मंत्रालय के लिए अलग से निर्धारित राशि 24,435 करोड़ रुपये है। यह पिछले साल 30 रुपये, 001 था, जिसे बाद में संशोधित कर 21,008 करोड़ रुपये कर दिया गया।
कुल बजट में से, सबसे अधिक राशि 20,105 करोड़ है जिसे नई घोषित साक्षम आंगनवाड़ी और मिशन पोशन 2.0 योजना के लिए आवंटित किया गया है।
एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS), आंगनवाड़ी सेवाओं, पोशन अभियान, किशोरियों के लिए योजना और राष्ट्रीय क्रेच योजना को एक साथ मिशन पोशन 2.0 में लाया गया है।
हालांकि, बेटी बचाओ बेटी पढाओ, वन स्टॉप सेंटर, स्वधार गृह, बाल संरक्षण, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और उज्जवला जैसी योजनाओं को इस बजट में कुछ भी आवंटित नहीं किया गया है।
केंद्रीय दत्तक संसाधन एजेंसी जैसे स्वायत्त निकायों का बजट या तो एक समान रहा है या उसमें बहुत ही कम वृद्धि हुई है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “पोषण सामग्री, वितरण, आउटरीच और परिणाम को मजबूत करने के लिए, हम पूरक पोषण कार्यक्रम और पोशन अभियान का विलय करेंगे और मिशन पोशन 2.0 को लॉन्च करेंगे।”
सामाजिक सेवा क्षेत्र के लिए कुल राशि, जिसमें पोषण और सामाजिक सुरक्षा और कल्याण शामिल हैं, 2020-21 में 2,411.80 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 3,575.96 करोड़ रुपये कर दिया गया है।