बिहार चुनाव को अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। कोरोना संकट के बावजूद यहां विधानसभा के चुनाव तय समय से कराए जाने की उम्मीद है। चुनाव आयोग अगले हफ्ते तारीखों का ऐलान कर सकता है।
चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है। इस बार प्रत्याशियों के चुनाव खर्च को 10 प्रतिशत बढ़ाने की भी बात हो रही है। फिलहाल अभी इसपर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियां भी तैयारियों को लेकर जोर कसती जा रही हैं। प्रधानमंत्री से लेकर अमित शाह तक बिहार की बात करने लगे हैं।
अमित शाह ने कोरोना संकट के दौरान एक वर्चुअल रैली करके यह साबित भी कर दिया था कि वह सबसे पहले ही तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि इसको लेकर लोगों ने आलोचना भी की थी।
प्रधानमंत्री मोदी भी अपने भाषणों में बिहार का खूब जिक्र कर रहे हैं। यही नहीं बीजेपी ने आत्मनिर्भर बिहार की भी बात कर दी है।
यह दर्शाता है कि बीजेपी किसी भी प्रकार से बिहार चुनाव में हार का सामना नहीं करना चाहती। वह नीतीश कुमार को आगे करके बिहार में काफी मजबूती से चुनाव लड़ना चाहती है। यही कारण है कि बीजेपी ने अपने स्तर से बिहार में नीतीश कुमार की लोकप्रियता को लेकर एक सर्वे भी कराया है।
दूसरी ओर आरजेडी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव भी चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। वह लगातार जनता के बीच रहकर उन मुद्दों पर बात कर रहे हैं जो लोगों से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं।
चाहे बिहार की बाढ़ हो, बेरोजगारी हो या फिर राज्य में भ्रस्टाचार तेजस्वी यादव सरकार को लगातार घेरने का काम कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोगों के मुद्दे लगातार उठा रहे हैं।
बीजेपी के आत्मनिर्भर बिहार पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने बीजेपी को ही आत्मनिर्भर बनने की बात कह डाली उन्होंने लिखा, ‘बीजेपी ने आत्मनिर्भर बिहार के बारे में बात की है। कितना हास्यास्पद कैम्पेन है? मैं उनको सलाह देना चाहूंगा कि बिहार में बीजेपी तो पहले आत्मनिर्भर हो जाए। 24 साल से उधार के चेहरे पर निर्भर है। वह चेहरा जिसने 2013 में बीजेपी के साथ विश्वासघात कर जनादेश का अपमान किया।’