हर दिन देश में साम्प्रदायिक माहौल खराब होता जा रहा है। रामनवमी के दिन देश के कई राज्यों में हिंसक झड़पें देखने को मिलीं। इन झड़पों में कई लोग घयल हुये तो कइयों की दुकानें, घर जला दिए गए।
इन झड़पों के बाद कई हिस्सों में कर्फ्यू लगाया गया। जिनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्य शामिल हैं। कुछ स्थानों पर अभी भी कर्फ्यू लगा है। हालांकि स्थिति अब उतनी तनावपूर्ण नहीं है।
रामनवमी के बाद हनुमान जयंती को लेकर दिल्ली के जहांगीरपुरी में जुलूस निकला जिसमें दो सम्प्रदाय के बीच झड़प हो गई। इस इलाके में भारी पुलिस फोर्स लगा दिया गया है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
इन साम्प्रदायिक तनाव के बीच लोग शांति की अपील कर रहे हैं। इसमें माने-जाने शायर इमरान प्रतापगढ़ी भी शामिल हैं। उन्होंने दिल्ली वासियों से अपील की कि शांति बनाए रखें।
उन्होंने कहा, ‘तमाम दिल्ली वासियों से शांति की अपील, एकजुट रहिये, अफवाहों से बचिये। दिल्ली देश का दिल है, कम से कम इस शहर को तो नफ़रत से महफ़ूज़ रखिये।’
इसके बाद इमरान प्रतापगढ़ी ने एक अन्य ट्वीट में मुख्यधारा की मीडिया पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाया। उन्होने एक ट्वीट में सवाल किया कि,
हर TV चैनल पर ये बहस तो मिलेगी कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर पे अज़ान क्यूँ लेकिन आज तक किसी चैनल पर ये बहस नहीं हुई कि जुलूस में DJ लगाकर भड़काऊ गाने क्यूँ ? जुलूसों में हथियार क्यूँ ?
तमाम दिल्ली वासियों से शांति की अपील, एकजुट रहिये, अफवाहों से बचिये।
दिल्ली देश का दिल है, कम से कम इस शहर को तो नफ़रत से महफ़ूज़ रखिये।— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) April 16, 2022
जाहिर है इमरान प्रतापगढ़ी मीडिया को भी साम्प्रदायिक तनाव के लिए संदेह की नजरों से देख रहे हैं। और देखें भी क्यों न मीडिया में धर्म के नाम पर बहस ज्यादा लेकिन असल मुद्दों पर अब बात कम होने लगी है।
प्राइम टाइम में हिजाब, लाउडस्पीकर, जिहाद जैसे मुद्दे ही बचे हैं। हर रोज बढ़ रही भुखमरी, महंगाई, बेरोजगारी पर टीवी चैनल एकदम खामोश हैं।