कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे की कहानी कोई फिल्मी सीन से कम नहीं है। हत्या करने वाले विकास और उसके साथियों को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एक-एक करके एनकाउंटर करना शुरू किया है।
पहले एसटीएफ ने कई साथियों को एनकाउंटर में मार गिराया। लेकिन तब तक विकास दुबे फरार चल रहा था। उसने 9 जुलाई को उज्जैन के एक मंदिर में आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पण करने के बाद पुलिस उसे कानपुर ले जा रही थी जहाँ 10 जुलाई की सुबह उसका एनकाउंटर कर दिया गया। अब इस एनकाउंटर को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपनी एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.’
यह भी पढ़ें:गरीब, बेबस मज़दूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे लिए जाने की ख़बर बेहद शर्मनाक है: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव के अलावा भी उत्तर प्रदेश के कई कद्दावर नेता एनकाउंटर को लेकर सरकार को घेर रहे हैं। न्याय व्यवस्था पर सवाल कर रहे हैं। कुछ लोग इसके पीछे किसी बड़े नेता के हाँथ की बात भी कर रहे हैं।
जिस प्रकार से एनकाउंटर किया गया है उसके तरीके पर ही लोग सवाल कर रहे हैं। लोगों का यह भी मानना है कि यह एक फर्जी एनकाउंटर हो सकता है। ट्वीटर पर फेक एनकाउंटर का ट्रेंड भी चल रहा है।