भारत की बैंकों को कंगाल बनाकर विदेश भागने वाले विजय माल्या की भारत वापसी अभी जल्द नहीं हो पाएगी। एनडीटीवी से बात करते हुए ब्रिटिश उच्चायुक्त ने कहा कि कुछ कानूनी मसले हैं जिनका निपटारा होना बाकी है।
उन्होंने कहा कि जब तक पूरे मामले का निपटारा नहीं हो जाता, किसी को प्रत्यावर्तित नहीं किया जा सकता है। अभी कुछ मुद्दे अनसुलझे हैं।
कौन से मुद्दे अनसुलझे हैं यह उन्होंने नहीं बताया। गोपनीयता का हवाला देते हुए इस मुद्दे पर विस्तार से कुछ कहने से इनकार कर दिया।
प्रत्यावर्तन को रुकवाने के लिए विजय माल्या ने ब्रिटिश अदालत में एक याचिका दायर की थी लेकिन वह मुकदमा हार चुका है। तब अदालत ने माल्या को भारत भेजने का आदेश दे दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी तब माल्या ने अपने एक ट्वीट के माध्यम से कहा था कि कोविड-19 राहत पैकेज के लिए बधाई! वे जितनी मुद्रा चाहे छापें, छाप सकते हैं। पर क्या मुझ जैसे छोटे अंशदाता की लगातार उपेक्षा करना ठीक है, जो पेशकश कर रहा है कि सरकारी बैंकों का पूरा कर्ज चुका देगा?
Congratulations to the Government for a Covid 19 relief package. They can print as much currency as they want BUT should a small contributor like me who offers 100% payback of State owned Bank loans be constantly ignored ? Please take my money unconditionally and close.
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) May 14, 2020
विजय माल्या भारतीय बैंकों से करीब 9000 करोड़ रुपये कर्ज के रूप में लिए थे और उसे चुकाए बिना ही विदेश भाग गया। वह अभी लंदन में रह रहा है। भारत में उसके खिलाफ मनीलांड्रिंग का आरोप लगाकर नोटिस भी दिया गया है।
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