नए साल की पहली ही सुबह माता वैष्णो देवी मंदिर से दुखद खबर मिली है। वैष्णो देवी घुमने आये कुछ लोग हमेशा के लिए दुनिया छोड़ गए।
खबर के अनुसार मंदिर परिसर में सुबह 2:45 बजे भगदड़ मच गई। इस भगदड़ के चलते 12 लोगों की मौत हो गई है साथ ही 26 लोग जख्मी हैं। इनमें से कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि यह हादसा तड़के 2:45 बजे हुआ। उन्होंने कहा कि शुरुआती रिपोर्ट्स में हमें यह पता चला है कि कुछ लोगों के बीच बहस हुई थी और धक्का-मुक्की की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद लोग भागने लगे, जिसके चलते यह हादसा हुआ।
हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दुख व्यक्त किया है। फिलहाल वैष्णो देवी यात्रा की एक बार फिर से शुरुआत कर दी गई है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह मौके पर पहुंचने वाले हैं।
एक तीर्थयात्री आदित्य शर्मा ने कहा कि भक्तों की भारी भीड़ थी और फर्श पर सो रहे कुछ लोग कुचल गए।
मृतकों में आठ की पहचान उत्तर प्रदेश के अरुण प्रताप सिंह (30), धर्म वीर सिंह (35), विनीत कुमार (38) और शमता सिंह (35), विनय कुमार (24) और सोनू पांडे (24) के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा की ममता (38) और जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के देशराज कुमार (26) ने कहा कि बाकी की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
पीएमओ ने कहा, “माता वैष्णो देवी भवन में भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को पीएमएनआरएफ की ओर से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि वह भगदड़ के बारे में जानकर व्यथित हैं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “माता वैष्णो देवी मंदिर में दुखद दुर्घटना से गहरा दुख हुआ। इस संबंध में, मैंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा से बात की है। प्रशासन घायलों के इलाज के लिए लगातार काम कर रहा है। मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। जिन्होंने इस दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी”।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ दुखद है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए कटरा जा रहे हैं।
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने कहा कि यह घटना नए साल की शुरुआत के मौके पर श्रद्धासुमन अर्पित करने पहुंचे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण हुई।