भारत में कोरोना को लेकर जितना साम्प्रदायिक माहौल खराब करने का प्रयास किया गया उतना शायद ही किसी अन्य देश में किया गया हो। इस माहौल को बिगाड़ने में सोशल मीडिया के साथ-साथ भाजपा व दक्षिणपंथी संगठनों ने भी खूब भूमिका निभाई है।
कोरोना के प्रारंभिक चरण में जमातियों को लेकर जिस प्रकार की बयानबाजी की गई उसने कहीं-न-कहीं कोरोना की लड़ाई में हमको पीछे कर दिया है। उस समय ऐसा माहौल तैयार किया गया जैसे भारत में कोरोना जमाती ही लेकर आये। गोदी मीडिया दिन रात जमातियों पर डिबेट कराती रही। लेकिन लगभग 3 महीने में विदेश से 20 लाख से भी ज्यादा लोग आए थे उसपर किसी ने बात नहीं की।
अब जब बीजेपी के नेताओं की मौत कोरोना से हो रही है तब जाकर शायद उनको समझ आया हो कि बीमारी जाति, धर्म देखकर नहीं आती। लेकिन जिनकी मृत्यु हो गई वह शायद समझ ही न पाए हों और इस दुनिया को एक साम्प्रदायिक रंग में ही छोड़ के चले गए हों।
ऐसे ही हिन्दू युवा वाहिनी के नेता अजय श्रीवास्तव थे जो बस्ती जिले के जिलाध्यक्ष अध्यक्ष थे। इनको लोग अज्जू हिंदुस्तानी के नाम से जानते थे। इन्होंने कहा था कि जमाती और रोहिंग्या साजिश के तहत कोरोना फैला रहे हैं।
अज्जू हिंदुस्तानी ने जमातियों को पकड़ कर लाने के लिए 11000 रुपये के इनाम की घोषणा भी की थी। इसके अलावा कोरोना को खत्म करने के लिए यज्ञ भी कराए थे। इनको यह पूरा भरोसा था कि यज्ञ कराने से कोरोना भाग जाएगा।
लेकिन अफसोस अज्जू हिंदुस्तानी अब इस दुनिया में नहीं रहे। उनकी कोरोना के कारण मौत हो गई। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पहले उन्हें बस्ती के अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन जब हालत और बिगड़ी तो पीजीआई में भर्ती किया गया जहाँ उनकी मौत हो गई।
हम सभी लोगों के मार्गदर्शक अभिभावक परम आदरणीय @Ajju_Hindustani जी जिला प्रभारी हिंदू युवा वाहिनी बस्ती का निधन हो गया भगवान उनकी आत्मा को शांति दे !😭😭🙏🏻🙏🏻💐💐 pic.twitter.com/6IeklcjhFv
— Rishabh Srivastava (@Rishabh_bjpup) July 31, 2020
अज्जू हिंदुस्तानी की मां और बहन की भी कोरोना के कारण मौत हो गई है। अचानक एक ही घर से तीन लोगों की मौत कोरोना के कारण होने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। जो लोग जानते थे वह सब अब अचंभित हैं।
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