BY- FIRE TIMES TEAM
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर शहर में 16 वर्षीय बलात्कार पीड़िता को आग लगा दी गई और मंगलवार को उसकी दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई।
लड़की के परिवार ने आरोपी के चाचा, उसकी पत्नी और पांच अन्य लोगों के खिलाफ जहांगीराबाद पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया।
परिवार ने आरोप लगाया कि वे शिकायतकर्ता पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे थे। उसे मनाने में नाकाम रहने पर उन्होंने उसे आग लगा दी। इनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (बुलंदशहर) एसके सिंह ने कहा कि शिकायतकर्ता के परिवार ने पहले कहा था कि उसने खुद को आग लगा ली, लेकिन बाद में आरोपियों के रिश्तेदारों को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि हम आरोपों की जांच कर रहे हैं।
शिकायतकर्ता ने अपनी मौत से पहले एक बयान में यह भी कहा कि आरोपी के चाचा और परिवार के अन्य सदस्यों ने उसे आग लगा दी थी।
बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि आरोपी ने अगस्त में शिकायतकर्ता के साथ बलात्कार किया था जिसकी वजह से वह जेल में था।
इस बीच, शिकायतकर्ता के चाचा ने कहा कि उन्हें सोमवार को एक धमकी भरा फोन आया था।
उन्होंने कहा, “हमें बलात्कार के मामले को वापस लेने की धमकी दी जा रही थी और पंचायत में फैसला करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था।”
शिकायतकर्ता के चाचा ने कहा, “सोमवार शाम 8.30 बजे के आसपास मुझे एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। उन्होंने धमकी दी और परिवार को केस वापस लेने या परिणामों का सामना करने के लिए कहा।”
उन्होंने कहा, “मंगलवार सुबह 9.30 बजे, जब लड़की के माता-पिता घर पर नहीं थे, हमें बताया गया कि उसे आग लगा दी गई है।”
बुलंदशहर एसएसपी एसके सिंह ने मामले में कथित लापरवाही के लिए उप-निरीक्षक विनायकांत गौतम और कांस्टेबल विक्रांत तोमर को निलंबित कर दिया है।
इस बीच, जहांगीराबाद पुलिस थाना प्रभारी विवेक शर्मा, अनूपशहर पुलिस अधिकारी अतुल कुमार चौबे और इंस्पेक्टर सुभाष सिंह को सक्रिय ड्यूटी से हटा दिया गया है।
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