BY- FIRE TIMES TEAM
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में दो लोगों ने सात वर्षीय एक लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी और उसका लिवर निकाल लिया।
घटना कानपुर के भादरास गांव में हुई। पुलिस ने कहा कि दो लोगों ने लड़की के लिवर को अपने एक जानने वाले दंपति को दे दिया क्योंकि उनका मानना था कि लिवर खाने से उन्हें एक बच्चा पैदा होगा। इन चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कानपुर नगर के उप महानिरीक्षक प्रीतिंदर सिंह ने अखबार को बताया कि बच्ची दिवाली की रात लापता हो गई थी और अगले दिन उसका काटा हुआ शरीर पास के एक जंगल मिला था।
उन्होंने कहा, “फोरेंसिक टीमों और डॉग स्क्वाड के साथ वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और बाद में हमने पाया कि पड़ोस के दो युवकों ने आलू के चिप्स का पैकेट देने के बहाने लड़की का अपहरण कर लिया था।”
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि लड़की के लिवर को लेने के लिए दोनों व्यक्तियों को 1,500 रुपये का भुगतान किया गया था। बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न और गला घोंटने और उसका पेट फाड़ कर लिवर निकालने की बात दोनों ने कबूल की। वे नशे में थे।
उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 201 (अपराध के सबूतों को गायब करना) के तहत पहली सूचना रिपोर्ट दायर की गई है। पुलिस ने बाद में गैंगरेप के आरोप और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम की धाराओं को एफआईआर में शामिल किया।
लड़की की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि चोटों और रक्तस्राव की वजह से उसकी मौत हुई।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने रविवार को बच्चे के परिवार के लिए 5 लाख रुपये की घोषणा की थी। उन्होंने परिवार को आश्वासन भी दिया था कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने ट्वीट किया, “कानपुर नगर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के अपराधी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं, उन्हें ₹5 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। @UPGovt इस प्रकरण की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर अपराधियों को अति शीघ्र सजा दिलाएगी।”
कानपुर नगर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के अपराधी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं, उन्हें ₹5 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।@UPGovt इस प्रकरण की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर अपराधियों को अति शीघ्र सजा दिलाएगी।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 15, 2020
यह भी पढ़ें- अर्णब को 4 दिन में जमानत लेकिन केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन को 40 दिन बाद भी नहीं?