BY- FIRE TIMES TEAM
इंडिया टुडे में प्रकाशित एक खबर के अनुसार, बिहार के औरंगाबाद जिले में एक स्थानीय चुनाव में एक उम्मीदवार के पक्ष में मतदान नहीं करने पर दो दलित पुरुषों को कथित तौर पर पीटा गया और जमीन पर थूक कर चाटने के लिए भी मजबूर किया गया।
घटना कथित तौर पर औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा प्रखंड की है। ग्राम प्रधान के चुनाव में प्रत्याशी बलवंत सिंह ने कथित तौर पर दो दलित व्यक्ति (अनिल कुमार और मनजीत कुमार) को पहले मारा-पीटा और फिर उन्हें उठक-बैठक करने पर भी मजबूर किया।
फिलहाल, पुलिस ने बलवंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक कांतेश मिश्रा ने कहा, “आरोपी को दो युवकों की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।” उन्होंने कहा कि सिंह के खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। औरंगाबाद अनुमंडल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार राव ने बताया कि पुलिस वीडियो की सत्यता की जांच कर रही है।
वीडियो में कथित तौर पर आरोपी व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उसने उन दोनों लोगों को जो शराब दी थी वो उन्होंने पी ली, लेकिन उन्होंने उसे वोट नहीं दिया।
बता दें कि, बिहार में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
वीडियो में कथित तौर पर आरोपी व्यक्ति को दो दलित पुरुषों की जाति का जिक्र करते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकता है।
पीटीआई के मुताबिक, सिंह ने पुलिस को बताया कि वह शराब के नशे में हंगामा करने वालों को सजा दे रहा था।
इस घटना पर टिप्पणी करते हुए, गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से घटना का संज्ञान लेने के लिए कहा, और ऐसा नहीं करने पर अपनी टीम के साथ औरंगाबाद आने की बात कही।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “श्रेष्ठता की हमारी धारणा कब खत्म होगी?”