किसानों ने मोदी सरकार द्वारा लाए गए कानून के विरोध में दिल्ली कूच कर दिया है। वह लगातार आगे बढ़ रहे हैं और उनको रोकने के लिए सरकार तरह-तरह के प्रयास कर रही है।
कभी उनपर पानी की बौछारें की जा रही हैं तो कभी आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। यह स्थिति तब है जब सिर्फ किसान दिल्ली में एक शांतिपूर्ण तरीके से अपना प्रदर्शन करना चाहते हैं।
किसानों ने साफ कह दिया है कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बस बात करनी है लेकिन बावजूद इसके उन्हें दिल्ली आने से रोका जा रहा है।
सरकार किसानों के साथ ऐसे बर्ताव कर रही है जैसे वह कोई नक्सली हों। पुलिस खुद नक्सलियों की तरह किसानों से बर्ताव कर रही है।
जो सरकार कहती थी कि दम 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कर देंगे आज वही किसानों पर चौतरफा हमला कर रहे हैं। किसानों के नाम पर वोट लेने वाले मोदी आज चुप्पी साथ चुके हैं।
इस विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस का समर्थन प्राप्त हुआ है। इसके साथ उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा के अलावा अन्य प्रदेशों से भी किसान आ रहे हैं।
कांग्रेस ने किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ का समर्थन करते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार कृषकों की आवाज सुनने के बजाय उन पर सर्दियों में पानी की बौछार और लाठियां मार रही है जो उसके तानाशाही होने का प्रमाण है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह सवाल भी किया कि आखिर ‘दिल्ली दरबार’ के लिए किसान कब से खतरा हो गए?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने किसानों पर पानी की बौछार मारे जाने का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘किसानों से समर्थन मूल्य छीनने वाले कानून का विरोध का रहे किसान की आवाज सुनने की बजाय भाजपा सरकार उन पर भारी ठंड में पानी की बौछार मारती है। किसानों से सबकुछ छीना जा रहा है और पूंजीपतियों को थाल में सजा कर बैंक, कर्जमाफी, एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन बांटे जा रहे हैं।’’
सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘‘भीषण ठंड के बीच अपनी जायज़ मांगों को लेकर गांधीवादी तरीक़े से दिल्ली आ रहे किसानों को ज़बरन रोकना और पानी की तेज बौछार मारना मोदी-खट्टर सरकार की तानाशाही का जीवंत प्रमाण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ खेती बिलों के विरोध को लेकर हमारा पूर्ण समर्थन किसानों के साथ है।’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ‘‘आज देश का मज़दूर हड़ताल पर है, आज देश के बैंक कर्मी हड़ताल पर हैं, आज देश का अन्नदाता किसान हड़ताल पर है, आज देश का बेरोज़गार युवा हड़ताल पर है, पर..क्या मोदी सरकार को देशवासियों की परवाह है? क्या ये राष्ट्रसेवा है या राष्ट्र हितों का विरोध? देश फ़ैसला करे!’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘मोदी जी, दिल्ली दरबार को देश के अन्नदाताओं से ख़तरा कब से हो गया? किसानों को रोकने के लिए उन्हीं के बेटे, यानी सेना के जवान खड़े कर दिए। काश, इतनी चौकसी चीन सीमा पर की होती तो चीन देश की सरज़मीं पर घुसपैठ करने का दुस्साहस नही करता। आपकी प्राथमिकताएं सदा ग़लत ही क्यों होती हैं?’’
उल्लेखनीय है कि पंजाब के बहुत सारे किसान केन्द्र के कृषि संबंधी कानूनों के खिलाफ ‘दिल्ली चलो मार्च’ के तहत राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने की कोशिश में हैं। इसको देखते हुए हरियाणा ने पंजाब से लगी अपनी सभी सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया है।