मध्यप्रदेश के सीधी जिले के सतना गांव के पास मंगलवार सुबह एक बस के नहर में गिरने से बस में सवार 37 यात्रियों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब तक सात लोगों को बचाया गया है।
54 यात्रियों को ले जा रही बस सीधी से सतना की ओर जा रही थी जब चालक के वाहन से नियंत्रण खो देने के बाद वह शारदापथक गांव में नहर में गिर गई।
एएनआई के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अब तक सात लोगों को बचाया गया है। कई लोगों की तलाश की जा रही है।
सीएम शिवराज का ट्वीट,
“सीधी में आज नहर में बस गिरने से बहुत दुखद दुर्घटना हुई है। सात लोग तो सुरक्षित निकल गए थे। सुबह से ही राहत और बचाव के कार्य प्रारंभ कर दिये गये थे। कलेक्टर, एसपी, कमिश्नर, आईजी सहित एसडीआरएफ की टीम आवश्यक संसाधनों के साथ वहां तत्काल पहुंच गई थी।”
सीधी में आज नहर में बस गिरने से बहुत दुखद दुर्घटना हुई है। सात लोग तो सुरक्षित निकल गए थे।
सुबह से ही राहत और बचाव के कार्य प्रारंभ कर दिये गये थे। कलेक्टर, एसपी, कमिश्नर, आईजी सहित एसडीआरएफ की टीम आवश्यक संसाधनों के साथ वहां तत्काल पहुंच गई थी। pic.twitter.com/MTTCOkyWix
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 16, 2021
द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार सीधी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने पुष्टि की कि बचाव अभियान लगभग पूरा कर लिया गया है। हालांकि और लोगों की तलाश के लिए गश्त करने वाली टीम को नहर के किनारे 20 किलोमीटर तक भेजा गया है।
एएनआई ने बताया कि स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) और स्थानीय अधिकारी घटनास्थल पर बचाव अभियान चला रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा था कि बस पूरी तरह से पानी में डूब गई थी और सुबह के घंटों में दिखाई नहीं दे रही थी। बाद में, जिला प्रशासन ने बाणगंगा परियोजना से नहर में पानी छोड़ना बंद कर दिया, जिससे जल स्तर नीचे आ गया। समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि बस को घटनास्थल से कुछ दूरी पर देखा गया, जहां वह पानी में गिर गई थी।
सीएम चौहान ने उन लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया जो इस घटना में मारे गए। उन्होंने मृतकों के परिवार के लिए 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने ट्वीट किया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय अधिकारियों की टीमें घटनास्थल पर बचाव अभियान चला रही थीं।