BY- BIPUL KUMAR झारखंड में अलग अलग राज्य का आंदोलन 1785 से चल रहा था, उसमें आदिवासी, मूल वासी का अहम योगदान रहा है। जो भी आज तक शहीद हुए हैं, उन्हीं लोगों के ही शहीद हुए हैं, जो व्यक्ति खतियान धारी नहीं है और अस्सी नब्बे वर्ष से झारखंड में …
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