BY – FIRE TIMES TEAM
उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड ने देशभर को हिला कर रख दिया है। पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। तमाम राजनीतिक और सामाजिक संगठन भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस जाना चाहता है। लेकिन जिला प्रशासन ने किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने-जाने पर रोक लगा दी है।
हालांकि आज तीन दिन बाद मीडिया को कुछ शर्तों के साथ परिवार से मिलने दिया गया है। लेकिन अभी भी राजनीतिक संगठनों के किसी भी सदस्य को हाथरस के बुलगढ़ी गांव में जाने की अनुमति नहीं है।
ऐसे में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 4 अक्टूबर को हाथरस जाने का ऐलान कर दिया है। जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव इस समय लंदन में हैं। पार्टी से मिली जानकारी के मुताबिक वहां वे अपनी बेटी के एडमिशन के लिए गये हुए हैं।
4 अक्टूबर को वह भारत वापस लौटेंगे और सीधे दिल्ली से हाथरस जायेंगे। और वहां पीड़िता के परिवार से मुलाकात करेंगे। हालांकि जिला प्रशासन उन्हें परिवार से मिलने देता है या नहीं यह तो कल ही पता चलेगा।
इससे पहले भी कांग्रेस के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस जाकर परिवार से मिलना चाहते थे। लेकिन उन्हें नहीं मिलने दिया गया। और 2 अक्टूबर को टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन एवं प्रतिमा मंडल और पूर्व सांसद ममता ठाकुर पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे।
जहां उनके साथ अभद्रता की गई। टीएमसी सांसद ने हाथरस सदर एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि ब्रायन को एसडीएम ने धक्का देकर नीचे गिरा दिया। और महिला सांसद के ब्लाउज को भी खींचा गया।
उन्होंने कहा कि यदि योगी सरकार में एक महिला सांसद के साथ इस तरह की बदसलूकी की जा सकती है। तो फिर यहां की आम महिलाओं के साथ क्या व्यवहार किया जाता होगा। उन्होंने कहा कि वह खुद एक दलित महिला हैं।
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