BY – FIRE TIMES TEAM
सीतापुरः इस कोरोना महामारी के दौर में नई-2 समस्यायें और विवाद पैदा हो रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिग और गैदरिंग पर कन्ट्रोल 5 महीनों से ज्यादा समय से किया जा रहा है। इस दौरान कई तीज-त्यौहार फीके ही रहे। चाहे वो ईद रहा हो या फिर जन्माष्टमी। ऐसे समय में पुलिस और जनता के बीच विवाद की कईं खबरें आयीं।
ऐसे ही एक विवाद की जानकारी यूपी के सीतापुर जिले से भी आयी है। जिले के सकरन थाना क्षेत्र के बांछपुर मजरा सेमरा खुर्द गांव में एक मंदिर पर शुक्रवार को धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था। दोपहर को स्थानीय पुलिस ने कार्यक्रम रोकने को कहा। लेकिन कार्यक्रम शाम तक चलता रहा।
इस कार्यक्रम को लेकर पुलिस और ग्रामीणों में विवाद इस कदर बढ़ा कि दोनों पक्षों में मारपीट हो गयी। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन के नाम पर मारपीट की। और कई राउंड फायर करने के बाद झूठे मुकदमें में भी फसा देने की धमकी दी।
इसके अलांवा पुलिस वालों ने अपनी गाड़ी को खुद ही तोड़कर आरोप गांव वालों पर लगा दिया। जब पुलिस आई तो ग्रामीण भाग गये थे। गांव वालों का कहना है कि पुलिस ने कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की थी।
जबकि पुलिस पक्ष का तर्क है कि ग्रामीण लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए सैकड़ों की संख्या में एकत्र होकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे थे। शाम तक कार्यक्रम चलते रहने के कारण जब पुलिस गांव पहुंची तो कई ग्रामीण शराब के नशे में धुत थे और गाली-गलौज करने लगे। इसके बाद 50 लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
दरोगा अजीत वर्मा की शिकायत पर रामलखन, संदीप, अनिल, बाबूराम, सरोज, संतलाल, लवकुश, राममिलन, शंकर, रामजीत, जितेन्द्र, कपिल, प्रकाश, सुकई, पुरूषोत्तम, पृथ्वी, कुली, लक्ष्मी, मौजीलाल और सुनील के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। और 30 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ भी मुकदमा किया गया है।