भारत-चीन सीमा विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। चीन लगातार भारत पर दबाव बनाने के लिए प्रयासरत है। कभी वह सीमा के पास सड़क निर्माण शुरू कर देता है तो कभी वह अपने सैनिकों को बॉर्डर पर बड़ी मात्रा में भेजने लगता है।
चीन से बढ़ते विवाद से देश की आंतरिक राजनीति भी खूब होने लगी है। लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीनी मुद्दे पर चुप्पी पर सवाल उठा रहे हैं।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी तक चीन का खुलकर नाम नहीं लिया है। जबकि चीनी सैनिकों से झड़प में हमारे 20 जवान शहीद हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री की चुप्पी को लेकर विपक्ष भी हमलावर है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातर सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने का काम कर रहे हैं।
इस बार उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से प्रधानमंत्री में व्यक्तिगत साहस की कमी की बात कह दी। उन्होंने लिखा ‘भारत सरकार लद्दाख़ में चीनी इरादों का सामना करने से डर रही है। ज़मीनी हक़ीक़त संकेत दे रही है कि चीन तैयारी कर रहा है और मोर्चा साधे है। प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत साहस की कमी और मीडिया की चुप्पी की भारत को बहुत भारी क़ीमत चुकानी होगी।’
भारत सरकार लद्दाख़ में चीनी इरादों का सामना करने से डर रही है।
ज़मीनी हक़ीक़त संकेत दे रही है कि चीन तैयारी कर रहा है और मोर्चा साधे है।
प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत साहस की कमी और मीडिया की चुप्पी की भारत को बहुत भारी क़ीमत चुकानी होगी।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 14, 2020
आपको बता दें कि चीन ने लद्दाख में अपनी सक्रियता काफी बढ़ा दी है। दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद एक सहमति भी हुई लेकिन चीन अपनी सेना पीछे लेने का नाम नहीं ले रहा।
चीन लद्दाख क्षेत्र में पैंगोंग और देपसांग झील के पास से अपनी सेना पीछे नहीं कर रहा है। यही नहीं वह भारतीय सीमा से सटे क्षेत्र में हवाई ठिकाने भी बना रहा है।
चीन के द्वारा लद्दाख क्षेत्र के पास अपने एक सैन्य ठिकाने पर परमाणु मिसाइल DF-26 भी तैनात की गई है। यह दिखा रहा है है कि चीन किसी भी मामले में मानने को तैयार नहीं है।