BY – FIRE TIMES TEAM
उत्तर प्रदेश में अब महिलाओं-बच्चियों के साथ अपराध करने वालों की खैर नहीं है। महिलाओं तथा बच्चियों के साथ दुष्कर्म या अन्य अपराध करने वालों के पोस्टर चौक-चौराहों पर सार्वजनिक किये जायेंगे। इसके अलांवा मददगारों के नामों का भी खुलासा होगा।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हिंसा करने वालों के पोस्टर लगाने की तर्ज पर शोहदों, मनचलों और आदतन दुराचारियों के पोस्टर पूरे शहर में लगेंगे। दरअसल इसके पीछे मंशा है कि ऐसे अपराधियों को समाज के सामने लाकर शर्मिन्दा किया जा सके।
चौकी इंचार्ज से लेकर सर्किल के अफसर तक की जिम्मेदारी तय होगी। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जायेगा। दुराचारियों को महिला पुलिस कर्मियों से दण्डित भी कराया जायेगा।
मिशन दुराचारी के तहत होने वाले इस ऐक्शन का जिम्मा महिला पुलिस कर्मियों को दिया गया है। महिला पुलिस कर्मी ही इस तरह के मनचलों और शोहदों की पहचान कर सार्वजनिक स्थानों पर उनके पोस्टर चस्पा करेंगी।
मुख्यमंत्री ने महिला अपराधों के खिलाफ सख्त रूख अपनाते हुए निर्देश दिया है कि महिलाओं और बच्चियों से छेड़खानी, दुर्व्यवहार या यौन अपराध में लिप्त अपराधियों के पोस्टर शहर सार्वजनिक के स्थानों पर लगाया जाए।
उन्होंने कहा कि यदि कहीं भी महिलाओं के साथ कोई आपराधिक घटना होती है तो संबंधित बीट इंचार्ज, चौकी इंचार्ज, थाना प्रभारी और सीओ जिम्मेदार होंगे।
जिस तरह एंटी रोमियो स्क्वायड ने महिलाओं के साथ अपराध करने वालों की कमर तोड़ी, वैसे ही राज्य के हर जिले की पुलिस अभियान चलाती रहे।
हालांकि एंटी रोमियो स्क्वायड साल 2017-18 में ज्यादा सक्रिय थी, लेकिन अब सड़कों पर दिखाई ही नहीं दे रही है।