किसान लगातर दिल्ली बॉर्डर पर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें कुछ किसानों की जान तक चली गई है। इसके बावजूद किसान सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे हैं।
किसानों को कभी खालिस्तानी बता दिया जाता है तो कभी नक्सली। यही नहीं कुछ लोग या सत्ता में बैठे लोग किसानों को टुकड़े-टुकड़े गैंग बता रहे हैं।
इसी को लेकर वरिष्ठ वकील और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘अडानी और अंबानी के टुकड़ों पर पलने वाले लोग, आज हमारे किसानों को टुकड़े-टुकड़े गैंग कह रहे हैं।’
एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘अब तो मानना पड़ेगा कि मोदी जी चौकीदार हैं। सवाल सिर्फ इतना है की चौकीदारी किसके लिए करते हैं: अडानी अंबानी के लिए या किसानों के लिऐ’।
इस प्रदर्शन में कुछ ऐसी चीजें भी देखने को मिल रही हैं जिसकी शायद किसी ने कल्पना नहीं की होगी। प्रदर्शन में किसान जिम भी कर रहे हैं और पिज्जा भी खा रहे हैं। यह बात कुछ लोगों को हजम नहीं हुई।
किसानों के पिज्जा खाने को लेकर भी बहुत से लोगों ने सवाल कर दिए। यहां तक पिज्जा खा रहे किसानों को कह दिया गया कि वह कोई और लोग हैं।