BY – FIRE TIMES TEAM
बिहार में नामांकन और चुनाव प्रचार का दौर जारी है क्योंकि विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा दिन बचे नहीं हैं। पार्टियों ने अपने-2 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है। जिसके बाद वह बिहार की जनता को अपने लुभावने भाषण से वोट बटोरने की जुगत में लग गये हैं।
वहीं जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई के नेता कन्हैया कुमार भी चुनाव प्रचार में लग गये हैं। हालांकि वह चुनाव लड़ नहीं रहे हैं। लेकिन वह पार्टी के उम्मीदवार सूर्यकांत पासवान और रामरतन सिंह के लिए प्रचार कर रहे थे।
उन्होंने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार में EVM की जगह सीएम को हैक किया जा रहा है, इसलिए जनता को विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है।
कन्हैया ने सीधे शब्दों में कहा कि पिछले चुनाव में जनता ने बीजेपी के विरोध में वोट किया था और नीतीश कुमार की सरकार बनी थी लेकिन कुछ ही महीनों बाद बीजेपी ने सीएम को हैक कर लिया। इसका परिणाम यह हुआ कि जनता ठगी रह गई।
दरअसल, सोमवार को बेगूसराय की दो विधानसभा सीटों बखरी व तेघड़ा के लिए सीपीआई के उम्मीदवार सूर्यकांत पासवान और रामरतन सिंह ने नामांकन दाखिल किया था।
कन्हैया ने जनसभा के दौरान कहा कि एनडीए में इस समय प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से दो गठबंधन चल रहे हैं। उनका इशारा जेडीयू और एलजेपी की तरफ था।
इसके अलांवा बीजेपी पर निशाना साधते हुए कन्हैया ने कहा कि कोई कितना भी बुरा हो लेकिन बीजेपी में आने के बाद वह अच्छा हो जाता है, जैसे ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले कांग्रेस में थे और अब बीजेपी में हैं। वैसे अगर मैं भी बीजेपी में चला जाऊं तो ये लोग मुझे भी सारे इल्जाम से मुक्त कर देंगे।
कन्हैया ने कहा कि बीजेपी इसलिए कोरोना काल में चुनाव करवा रही है क्योंकि वह अकेले ही प्रदेश में सरकार बनाना चाहती है। किसी का सहारा नहीं लेना चाहती। लेकिन अब जनता समझ चुकी है वह जुमलेबाजों के जुमलों से नहीं प्रभावित होगी, बल्कि विकास के मुद्दे पर मतदान करेगी।