BY – FIRE TIMES TEAM
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नेताओं का नामांकन और अपने विरोधियों पर जुबानी तीर छोड़ना शुरू हो गया है। एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने विपक्षी पार्टियों के लिए कहा था कि सत्ता पाने के लिए वे आतंकियों से भी हाथ मिला लेंगे। और उन्हें बिहार भी ला सकते हैं।
इसी के जवाब में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी सवाल किया कि बिहार में भुखमरी, बेरोजगारी, गरीबी और पलायन किसने फैलाया ? पिछले 15 सालों में डबल इंजन की सरकार ने क्या किया ?
आपको बता दें कि तेजस्वी यादव ने बुधवार को राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से पर्चा भरा। उनके साथ उनके पिता के करीबी और राजद नेता भोला यादव भी मौजूद थे। इसके अलांवा उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव भी नामांकन कार्यालय तक साथ गये।
तेजस्वी ने कहा कि हम विकास के इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे हैं। और वे हमें एजेंडे से भटकाना चाहते हैं। सवाल करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बयानबाजी करने वाले पहले अपने गिरेबान में झांक कर देंखें।
दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही गयी थी क्या हुआ उसका ? विशेष राज्य के दर्जे का क्या हुआ ? प्रधानमंत्री के सामने गिड़गिड़ाते रहे लेकिन पटना यूनिवर्सिटी को सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा भी नहीं दिला पाये।
नीतीश कुमार का नाम लिये बगैर उन पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि वे किसी के भी साथ सरकार बनाते हैं। उनकी अपनी न तो कोई नीति है, न ही कोई विचारधारा।
उन्होंने कहा कि हम ठेठ बिहारी हैं जो कहते हैं वो करते हैं। हमने कहा कि अगर हमारी सरकार बनती है तो 10 लाख युवाओं को सरकारी स्थायी नौकरी देंगे, तो बिल्कुल देंगे।
मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना काल में 145 दिन कहां गायब रहे, अब वोट लेने का समय है तब बाहर निकल रहे हैं। हम पर हत्या का मुकदमा भी कर दिया गया।