BY- FIRE TIMES TEAM
बीते दिनों तबलीगी जमात के लोगों पर ऐसे आरोप लगाए गए थे कि भारत में कोरोना उनकी वजह से फैला है। देश की मीडिया ने अपने चैनल के मध्यम से जिस प्रकार से रिपोर्टिंग की वह कहीं सभी जायज नहीं ठहराई जा सकती है। दरबारी मीडिया ने मौलाना साद को कसूरवार साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
जिस ऑडियो को दरबारी मीडिया ने चलाकर दिन-रात देश की जनता को उलझाये रखा उसको लेकर जांच टीम ने खुलासा किया है। पुलिस जांच में पता चला है कि शायद उस ऑडियो क्लिप के साथ छेड़छाड़ हुई है और ऑडियो क्लिप को जोड़कर उसे तैयार किया गया है।
इंस्पेक्टर सतीश कुमार की अगुवाई वाली एक टीम उस ऑडियो का पता लगा रही है जो वायरल किया गया। मिली जानकारी के अनुसार अभी तक इस टीम को लैपटॉप से ऐसी कोई भी क्लिप बरामद नहीं हुई है।
अभी तक जांच में पता चला है कि जिस ऑडियो क्लिप में धर्म व पुलिस को लेकर बयान दिए गए थे वह अलग-अलग समय के आयोजन तथा किसी और संदर्भ में दिए गए थे। ऑडियो में कई जगह की आवाजों को जोड़ा गया है।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक पुलिस को दिल्ली के मरकज के सदस्यों से एक लैपटॉप मिला है जिसमें कई ऑडियो क्लिप मिली हैं। इन ऑडियो क्लिप में मरकज के इवेंट की ऑडियो क्लिप, जमात के समर्थकों को भेजी गई ऑडियो क्लिप व जमात के यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई ऑडियो क्लिप शामिल हैं।
आपको बता दें जिस ऑडियो क्लिप को वायरल किया गया था उसी के लिए मौलाना साद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। मौलाना साद समेत उनके 6 अन्य सहयोगियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने उस ऑडियो क्लिप समेत कई अन्य ऑडियो क्लिप को जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री भेज दिया है।