BY- FIRE TIMES TEAM
लॉकडाउन के बाद सबसे ज्यादा जिसकी जिंदगी प्रभावित हुई है वह है प्रवासी मजदूर। किसी दिन सड़क दुर्घटना में तो किसी दिन भूख की वजह इनके मरने की खबरें आती हैं।
लॉकडाउन के कारण इन प्रवासी मजदूरों की सहायता करने में सरकार पूरी तरह विफल रही है। सबकुछ बंद होने के कारण यह मजदूर दिल्ली, मुम्बई जैसे महानगरों से हज़ारों किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं।
सरकार की लोगों ने इस बात की आलोचना भी की कि वह इन श्रमिकों के लिए उचित परिवहन की व्यवस्था नहीं कर पाई है। जब रोजाना लाखों श्रमिक पैदल चलने को मजबूर हैं तब सरकार की व्यवस्था पर प्रश्न उठाना लाजमी भी है।
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सरकार ने अब जाकर यह निर्णय लिया है कि वह श्रमिकों को रोजाना 300 ट्रेनें चलाकर उनके घर तक पहुंचाएगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट के माध्यम से बताया कि माननीय प्रधानमंत्री के निर्देश के अनुसार रेलवे रोजाना 300 श्रमिक स्पेशल ट्रेन पूरी तरह तैयार है।
As per the directions of Hon'ble PM @NarendraModi ji, Railways is fully geared up to run 300 Shramik Special trains everyday at short notice since the last six days.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 10, 2020
रेल मंत्री ने राज्यों से अपील भी की है कि वे सहयोग करें और ट्रेन चलने दें ताकि फंसे हुए मजदूरों को उनके घर पहुंचाया जा सके।
अमित शाह ने एक दिन पहले कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ट्रेनों को राज्य में घुसने नहीं दे रही हैं। इसके जवाब में ममता बनर्जी ने कहा था कि या तो अमित शाह साबित करें नहीं तो जो उन्होंने कहा उसके लिए माफी मांगें।
आपको बता दें कि रेलवे को लेकर केंद सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी राजनीति कर रही हैं। जब केंद्र ने कहा कि मजदूरों से पैसा नहीं लिया जाएगा तो उनसे पैसे वसूल लिए गए।
जब लोगों ने सवाल किया तो सरकार ने अपनी सफाई में कहा कि वह 85% छूट दे रही है। इसका तथ्य यह भी है कि रेलवे पहले से ही यात्री टिकट के लिए सब्सिडी देती आ रही है।