BY-FIRE TIMES TEAM
मजदूरों को अपने घर तक पहुंचाने के लिए सरकार ने स्पेशल ट्रेन का बंदोबस्त किया। पहले वह मजदूरी को फ्री में पहुंचाने की बात की। लेकिन फिर बीच रास्ते में मजदूरों से पैसा वसूल लिया।
दरअसल कई राज्यों की सरकारों ने यह मांग की थी कि केंद्र को स्पेशल ट्रेन चला कर मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का काम करना चाहिए।
केंद्र सरकार इसके लिए राजी हो गई और पहली ट्रेन तेलंगाना से झारखंड के बीच चली भी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का इसमें काफी बड़ा योगदान रहा है।
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इसके बाद राजस्थान और महाराष्ट्र से भी ट्रेनें मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड के लिए रवाना हुईं। पहले ये कहा गया था कि किराया नहीं वसूला जाएगा लेकिन बाद में मजदूरों के पैसा लिया गया।
इस खबर के चलने के बाद अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने अपने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से लिखा है-
ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मज़दूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे लिए जाने की ख़बर बेहद शर्मनाक है.
आज साफ़ हो गया है कि पूँजीपतियों का अरबों माफ़ करनेवाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के ख़िलाफ़.
विपत्ति के समय शोषण करना सूदखोरों का काम होता है, सरकार का नहीं.
जो छह ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया वह कुछ इस प्रकार हैं।
1- तेलंगाना के लिंगमपल्ली से झारखंड के राँची में हटिया तक
2-केरल के अलुवा से ओडिशा के भुवनेश्वर तक
3-महाराष्ट्र के नासिक से यूपी के लखनऊ
4- नासिक से भोपाल
5-जयपुर से पटना
6-कोटा से रांची
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