BY- FIRE TIMES TEAM
16 अप्रैल की रात को पालघर में दो साधुओं समेत एक ड्राइवर की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी जाती। दो दिन बाद इससे संबंधित वीडियो पूरे देश में फैल जाता है।
लोग साधुओं की हत्या को सांप्रदायिक तूल देने लगते हैं। ज्यादातर लोग इन हत्याओं के पीछे मुसलमानों का हाँथ होने की बात करते हैं।
महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री एक ट्वीट के माध्यम से बताते हैं कि मरने वाले और मारने वाले दोनों एक ही समुदाय के हैं। इसमें कोई हिन्दू-मुस्लिम वाली बात नहीं है।
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी सफाई देते हैं। किसी को न छोड़ने की बात भी कहते हैं। एक वीडियो जारी कर जनता को समझाने का प्रयास करते हैं।
इसके बाद उन लोगों की एक लिस्ट जारी की जाती है जो हत्या में शामिल थे। इसमें किसी भी मुसलमान का नाम नहीं है। फिर भी बहुत से लोग अभी भी मुसलमानों द्वारा हत्या की बात कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोग अभी भी मुसलमानों के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। कुछ लोग हत्या का वीडियो शेयर कर बता रहे हैं कि देखो कैसे शोएब बस बोल रहे हैं।
दरसल वीडियो के एक जगह पर कुछ लोग बोल रहे हैं ‘ओए बस’। बस इसी शब्द को लोगों ने शोएब बस से जोड़ दिया।
वीडियो में कहीं पर भी शोएब का जिक्र नहीं आता है। यह दावा पूरी तरह से गलत है। यह सिर्फ सम्प्रदाय विशेष में जहर घोलने का काम किया जा रहा है