वरिष्ठ भाजपा विधायक नदंकिशोर यादव बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष होंगे।
सूत्रों ने बताया कि पटना साहिब से सातवीं बार विधायक चुने गए नंदकिशोर यादव को उनकी पार्टी के नेतृत्व ने इसकी सूचना दे दी है।
उन्होंने बिहार में पूर्ववर्ती राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य किया है। वह पिछली सरकार में पथ निर्माण विभाग के मंत्री थे।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सदन के अध्यक्ष का पद राजग गठबंधन के भीतर बनी आपसी सहमति के अनुसार भाजपा के खाते में गया है।
सत्तारूढ़ गठबंधन में 74 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) 43 विधायकों के साथ इस गठबंधन में दूसरे नंबर है।
नंदकिशोर ने विपक्ष के नेता के रूप में भी कार्य किया था जब नीतीश कुमार राजग से बाहर चले गए थे।
वह पूर्व में दो बार भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
हाल ही में संपन्न चुनावों में नंदकिशोर ने कांग्रेस के प्रवीण सिंह को 18,000 से अधिक मतों से हराकर सातवीं बार पटना साहिब सीट से जीतने में सफल हुए हैं।
नए मंत्रिमंडल में भाजपा के दो उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी बनाए गए हैं।
निवर्तमान विधानसभा में जदयू के विजय कुमार चौधरी सदन के अध्यक्ष हैं। चौधरी ने नीतीश के मंत्रिमंडल में नए मंत्री के रूप में शपथ ली है।नंद किशोर यादव का जन्म 1953 में पटना शहर में हुआ था। उनके दादा बिहार में बड़े जमींदार थे जिनका नाम झालो सरदार था।
वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भी सदस्य हैं। उन्होंने 1969 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सदस्यता ग्रहण की थी। दो साल के अंदर ही वह छात्रों की राजनीति में काफी गंभीरता से शामिल हो गए।
1974-76 के दौरान वह जय प्रकाश आंदोलन में भाग लिए थे। जिसके कारण वह जेल भी गए। 1978 में व्यापारियों से संबंधित एक चुनाव जीता।
1978 में ही वह जनता युवा मोर्चा के पटना से जिला अध्यक्ष बने। कुछ समय बाद वह पटना से ही भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष बने।
1983 से 1990 तक वह बीजेपी पार्टी के कई पदों पर रहकर काम किया। 1995 में उन्होंने पूर्वी पटना से चुनाव लड़ा और एक युवा विधायक बनकर आये।
उसके बाद वह लगातार 6 बार विधायक बने। इस बार 7वीं बार उन्होंने जीत हासिल की। 1998 से 2003 तक वह बिहार भाजपा अध्यक्ष रहे।
2008 में वह बिहार के स्वास्थ्य मंत्री बने।